छत्तीसगढ़ की सियासत के 'साहब'
रायपुर के पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी के भाजपा में शामिल होने के बाद अब उनके विधानसभा चुनाव लड़ने के भी अटकलें लगाई जा रही हैं। ऐसा नहीं है कि छत्तीसगढ़ की सियासत में ओपी चौधरी पहले अफसर हैं, जो विधायक बनने की तैयारी में हैं। राज्य की सियासत में ऐसे कई अफसर हैं जो वर्तमान में राज्य की राजनीति में अहम कद रखते हैं।
अजीत जोगी : राज्य के पहले मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के अध्यक्ष अजीत जोगी आईएएस अफसर रहे हैं। सियासत में आने से पहले जोगी कलेक्टर थे। जोगी विधायक होने के साथ-साथ दो बार सांसद भी रहे हैं।
चरणदास महंत : कांग्रेस नेता छत्तीसगढ़ में चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष चरणदास महंत राजनीति में आने से पहले राजस्व सेवा के अधिकारी थे। महंत लोकसभा सांसद रहने के साथ-साथ केंद्र में मंत्री भी रह चुके है। वे अविभाजित मध्यप्रदेश के सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं।
रेणु जोगी : कांग्रेस की विधायक और अजीत जोगी कि पत्नी रेणु जोगी सियासत में आने से पहले सरकारी डॉक्टर थी। आज रेणु जोगी राज्य की सियासत में सबसे अधिक चर्चा के केंद्र में है।
ननकीराम कंवर : राज्य के पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर राजनीति में आने से पहले राजस्व विभाग में नौकरी करते थे। ननकीराम पिछली रमन सरकार में गृहमंत्री थे। वे कई बार मंत्री रह चुके हैं।
नंदकुमार साय : भाजपा के दिग्गज नेता नंदकुमार साय राजनीति में आने से पहले शिक्षक थे। साय लोकसभा और राज्यसभा सांसद रहने के साथ कई अहम पदों पर रह चुके हैं।