विद्या बालन : शुभ है ग्रह योग
2014 तक शुक्र मददगार है
हाल ही में प्रदर्शित फिल्म 'पा' में अमिताभ की माँ का रोल करके न केवल विद्या बालन पुन: चर्चा में आ गई हैं, वरन इस फिल्म में उन्होंने अपनी बेहद दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है और यह सिद्ध कर दिया है कि इस रोल के लिए वे ही उपयुक्त थीं। क्या इस सफलता में विद्या के सितारों की भूमिका है? विद्या बालन का जन्म 1 जनवरी 1978 को पालाहट (केरल) में हुआ। सूर्य कुंडली के अनुसार विद्या धनु लग्न व सिंह राशि में जन्मी है। लग्न व राशि में पूर्ण मित्रता है, जिसका प्रभाव विद्या के प्रभावशाली व्यक्तित्व पर दिखाई देता है। बृहस्पति स्वयं सप्तम में बैठ लग्न को दृष्टि दे रहा है, लग्न में सूर्य-शुक्र विद्यमान है। इन्हीं योगों के चलते विद्या के अभिनय में ग्लैमर कम, गरिमा व भव्यता अधिक दिखती है। गुरु व बुध का प्रभाव इन्हें परिश्रमी मगर अति स्पष्टवादी व अड़ियल बनाता है।
पराक्रम पर शनि चंद्र की दृष्टि इन्हें मेहनती व दूरदृष्टि वाली बनाती है, मगर स्वभाव में भावुकता व विपरीत परिस्थिति में संतुलन कालम न रख पाने की कमजोरी भी देती है। राहु-केतु अच्छी स्थिति में दशम-चतुर्थ है जो जनता से प्रेम का सूचक है। विवाह की दृष्टि से सप्तम भाव गुरु के कारण व मंगल के प्रभाव से समृद्ध नहीं है अत: विवाह के योग फिलहाल तो दृष्टिगत नहीं होते। गोचर में लग्न में राहु है, बृहस्पति पराक्रम में आने वाले हैं, शनि दशम में है। वर्तमान में विद्या 2017 तक राहु महादशा में हैं। बुध का अंतर मार्च 10 तक है। केतु 11 तक रहेंगे व उसके बाद शुक्र 2014 तक मददगार है। कुल मिलाकर समय सतत लाभदायक बना हुआ है। 'पा' की सफलता का लाभ विद्या को आगे भी मिलेगा। फिल्मों के साथ विज्ञापन व विदेश भ्रमण आदि के भी योग हैं। धन की दृष्टि से समय अच्छा बना है। राहु का गोचर भ्रम या विवाद पैदा करेगा, इससे सावधानी रखनी चाहिए। कागज पत्रों के व्यवहार में सावधानी अपेक्षित है। किसी नए व्यक्ति से पहचान या जीवन में दखल बढ़ेगा। परिवार के साथ समय बिताने में रुचि रहेगी।इस समय मछलियों को दाना खिलाना व गणेश जी तथा देवी सरस्वती की आराधना करना लाभ देगा।