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Written By ND

बॉडी लैंग्वेज के गुर जानें

इंटरव्यू
NDND
'आज प्रमोशन के इंटरव्यू में बॉस की 'रिएक्शन्स' समझ में नहीं आ रही थीं। उन्होंने मेरे हर जवाब पर 'रिएक्ट' किया तो था...पर। काश, मैं उनके दिल की बात जान पाता।' क्या आपको भी अक्सर ऐसी उलझनों का सामना करना पड़ता है। तो चलिए, हम सिखाते हैं आपको कुछ गुर 'बॉडी लैंग्वेज' के जरिए दिल की हलचल को जानने के। फिर आपको 'लव्स मी' और 'लव्स मी नॉट' के लिए फूलों की पंखुड़ियाँ भी नहीं तोड़नी पड़ेंगी।

'हम तो उड़ती चिड़िया के पर गिन लेते हैं' या कि 'लिफाफा देखकर हम मजमून भाँप लेते हैं' लोगों से हमें अक्सर इस तरह की डींगबाजी सुनने को मिलती है। लेकिन यह डींगबागी महज एक मुहावरा भर नहीं होती। हकीकत में भी कई लोग ऐसे होते हैं, जो दूसरे के मन कीबात उसके बिना बताए जान लेते हैं। सामने वाला व्यक्ति क्या बोलना चाहता है, कई लोग उसके बोले बिना भी यह समझ लेते हैं।

दरअसल ऐसे लोग बॉडी लैंग्वेज के जानकार होते हैं। ऐसे में लोगों को दूसरों के विभिन्न शारीरिक हावभावों को पढ़ना आता है। दरअसल हर व्यक्ति बातचीत के दौरान कुछ ऐसी मुद्राएँ बनाता है जो उसके मन की हर बात को अभिव्यक्त कर रही होती हैं।

मसलन, यदि कोई व्यक्ति आपके प्रति नकारात्मक भावना रखता है, यदि कोई व्यक्ति आपकी राय से इत्तेफाक नहीं रखता तो वह इस बात को भले ही अपने मुँह से न कहे, लेकिन उसके चेहरे के हावभाव, उसकी विभिन्न गतिविधियाँ इस बात को उजागर कर देंगी। हो सकता है कि वह आपकी मेज पर पड़ी किसी मामूली चीज को, यहाँ तक कि कागज के किसी टुकड़े को ही मसल रहा हो।

हो सकता है ऐसा व्यक्ति हवा में मुट्ठियाँ तान रहा हो। ऐसा व्यक्ति अक्सर आपसे बातचीत करते समय या तो फर्श की तरफ देखता है या फिर मुँह फेरकर बात करता है। इससे उसकी असहमति का साफ-साफ पता चल जाता है। जब बातचीत के दौरान कोई व्यक्ति अपना सिर ऊपर नीचे-हिलाता है तो इसका मतलब यह है कि आपकी बातों से सहमत है।

यदि कोई व्यक्ति आपकी बातों से तो सहमति व्यक्त कर रहा हो लेकिन उसका सिर इसके विपरीत दाएँ-बाएँ की दिशा में हिल रहा हो तो इसका मतलब यह हुआ कि वह आपसे सहमत नहीं है, फिर कह भले ही वह ऐसा रहा हो। बॉडी लैंग्वेज की समझ रखने वाले तुरंत जान जाते हैं कि उनकी योजनाओं से उनके मातहत सहमत हैं या नहीं। वास्तविक अपराधियों का पता लगाने में पुलिस भी कभी-कभी बॉडी लैंग्वेज का ही सहारा लेती है।

बातचीत के दौरान यदि कोई व्यक्ति आपकी बात ध्यान से सुनते हुए अपनी गर्दन एक तरफ थोड़ा झुका लेता है तो इसका मतलब यह हुआ कि वह आपकी बातों में रुचि ले रहा है। लेकिन यदि कोई व्यक्ति आपकी बात सुनते हुए सिर थोड़ा नीचे झुका लेता है तो इसका मतलब यह हुआ कि वह आपसे बोर हो रहा है। अतः जितना जल्दी हो, आप अपनी राम गाथा बंद करें।

बातचीत में सामने वाले व्यक्ति द्वारा सिर नीचे झुकाने का मतलब आपके प्रति उसका रवैया नकारात्मक है। मगर कई दफा यह मुद्रा निर्णय लेने की स्थिति को भी दर्शाती है। बॉडी लैंग्वेज के विशेषज्ञों ने पाया है कि 100 में से 98 लोग किसी मसले पर अंतिम निर्णय लेने के पहले एक बार गर्दन नीचे झुका लेते हैं और फिर एक झटके में गर्दन को ऊपर उठाते हुए अपना निर्णय सुना देते हैं।

जब कोई व्यक्ति किसी से बातचीत करते हुए कुर्सी में आराम से बैठा हो और उसके दोनों हाथ सिर के पीछे आपस में जुड़े हों तो उसका मतलब यह होता है कि वह व्यक्ति आत्मविश्वास से भरा हुआ है। आमतौर पर वकील, नेता या पत्रकार इस मुद्रा में बैठते हैं।

जब कोई व्यक्ति अपने दोनों हिप्स पर हाथ रखकर खड़ा हो 'यानी पुरुष अपने पैंट के पीछे की दोनों जेबों में हाथ डाले खड़ा हो' तो इसका मतलब है कि वह बहुत आक्रामक है। कई बार यह मुद्रा उपलब्धियों को भी दर्शाती है। जब कोई विद्यार्थी अपने पैंट के पीछे वाली दोनों जेबों में हाथ डाले स्कूल के बरामदे या अपने क्लासरूम में टहल रहा हो तो इसका मतलब यह होता है कि वह कुछ भी पढ़ने के लिए बेताब है। गौरतलब है कि लड़के-लड़कियों के सामने रौब दिखाने के लिए अक्सर इसी मुद्रा में रहते हैं।

उकडू बैठने की मुद्रा भी अपने पीछे एक बड़ा अर्थ छिपाए होती है। जब कोई व्यक्ति ऐसे बैठा हो कि लग रहा हो कि वह उठने वाला है यानी कुर्सी में बैठे हुए उसके दोनों हाथ घुटनों पर हों और ठुड्डी आगे की ओर झुकी हो तो इसका मतलब है कि वह तत्परता दिखा रहा है। अगर किसी ग्राहक और दुकानदार के बीच बात हो रही हो और ग्राहक इस तरह की तत्परता वाली मुद्रा दिखा रहा हो तो तो इसका मतलब यह हुआ कि दुकानदार की बात बन रही है। उसे कोई बड़ा ऑर्डर मिलने वाला है।

इस तरह बातचीत के दौरान बनने वाली शरीर की विभिन्न मुद्राओं से विभिन्न तरह के अर्थ निकलते हैं, जिन्हें बॉडी लैंग्वेज की जानकारी रखने वाले समझ लेते हैं और इसका फायदा उठाते हैं।