लाहौर : किक बॉक्सिंग पर आधारित फिल्म
बैनर : साई ओम फिल्म्स प्रा.लि.निर्माता : विवेक खाटकर, जेएस राणानिर्देशक : संजय पूरनसिंह चौहान कलाकार : आन्हाद, श्रद्धा दास, फारुख शेख, नफीसा अली, सौरभ शुक्ला, केली दोरजी, मुकेश ऋषि’लाहौर’ नाम से भले ही भारत-पाकिस्तान के रिश्तों पर आधारित फिल्म लगती हो, लेकिन यह किक-बॉक्सिंग पर आधारित फिल्म है। फिल्म के डायरेक्टर हैं संजय, जो किक बॉक्सिंग के अच्छे खिलाड़ी रह चुके हैं। इस खेल और खिलाड़ियों को उन्होंने नजदीकी से देखा है और इसीलिए उन्होंने किक बॉक्सिंग को स्क्रीन पर पेश किया है।फिल्म आरंभ होती है दिल्ली से। यहाँ नेशनल इंडियन किक बॉक्सिंग टीम का सिलेक्शन हो रहा है। सिलेक्शन के लिए सिर्फ प्रतिभा ही नहीं बल्कि जोड़-तोड़ का होना भी आवश्यक है। यहाँ मिनिस्टर भी है, ऑफिसर्स भी हैं, कोच के अपने फायदे-नुकसान है। एक खिलाड़ी का सपना है कि उसका सिलेक्शन प्रतिभा के आधार पर हो। परदे के पीछे चल रही पोलिटिक्स से उसका कोई वास्ता नहीं है। दूसरा खिलाड़ी ओवरकॉन्फिडेंट है। खिलाड़ियों को चुना जाता है और पाकिस्तान से किक बॉक्सिंग टूर्नामेंट की घोषणा की जाती है। भारत से धीरेन्द्र सिंह को मुकाबले के लिए भेजा जाता है। धीरेन्द्र को मैन मेड ऑफ स्टील कहा जाता है। न्यूट्रल जगह उसका मुकाबला पाकिस्तान के नूर मोहम्मद से होता है। मुकाबले में एक ऐसी घटना घटती है जो खेल भावना को चोट पहुँचाती है।फाइनल मुकाबला लाहौर में होता है। एक बार फिर दो खिलाड़ी आमने-सामने है। पुरानी प्रतिद्वंद्विता है। सम्मान की लड़ाई है। जीत किसी एक की किस्मत है।