‘मुस्करा के देख जरा’ युवा पीढ़ी को ध्यान में रखकर बनाई गई है। यह कहानी है विवेक और प्रीति की, जिनकी जिंदगी में रोमांस है, प्यार है, रुठना है मनाना है।
जिंदगी के प्रति विवेक का बड़ा अनोखा नजरिया है। वह हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण रखता है और अपने दोस्तों के बीच सकारात्मक उर्जा फैलाता है।
PR
विवेक के साथ एक ऐसी शर्मिंदगी भरी घटना घटती है कि वह अपने शहर से भागकर मुंबई आ जाता है, जहाँ उसे प्रीति से प्यार हो जाता है। प्रीति एक उद्योगपति की बेटी है। सुंदर होने के साथ-साथ वह बुद्धिमान भी है।
‘मुस्करा के देख जरा’ की कहानी सिर्फ प्यार और निराशा की ही नहीं है बल्कि विवेक जिंदगी के उन उतार-चढ़ाव को भी दिखाती है जिनसे वह हँसते-हँसते निपटता है।