शहरी और ग्रामीण भारत में टीनएज प्रेगनेंसी बढ़ती जा रही है। इस बात को आधार बनाकर ‘तेरे संग’ फिल्म की कहानी लिखी गई है।
माही दिल्ली में रहने वाले समृद्ध परिवार की 15 वर्षीय लड़की है। ‘पुरी’ परिवार की यह लड़की बेहद प्यारी और खूबसरत है। पूरे परिवार की वह लाड़ली है, इसलिए उसे सारी सुख-सुविधाएँ प्राप्त हैं।
17 वर्षीय कबीर छोटे शहर का रहने वाला है। वह समाज के निचले वर्ग से है। वह अहंकारी, विद्रोही, उपेक्षित किस्म का लड़का है।
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माही और कबीर की मुलाकात होती है और दोनों दोस्त बन जाते हैं। माही को छोटे शहर और वहाँ की जीवन शैली पसंद है, जबकि कबीर को महानगरीय जीवन ज्यादा अच्छा लगता है।
नव वर्ष की पूर्व संध्या पर वे एक शिविर यात्रा का हिस्सा बनते हैं। वहाँ पर दोनों बहक जाते हैं और माही गर्भवती हो जाती है। इसके बाद माही और कबीर को जिंदगी से कैसे जूझना पड़ता है, यह दिखाया गया है।