इस फिल्म का पहले नाम था ‘कर्मा, कंफेशन्स एंड होली’। फिल्म की नायिका सुष्मिता सेन को लगा कि यह नाम लंबा है और आम दर्शकों की समझ के बाहर है इसलिए उन्होंने निर्माता से नाम छोटा करने को कहा। नया नाम हो गया ‘कर्मा और होली’।
इस फिल्म में रिश्तों में आते उतार-चढ़ाव और दो देशों की भिन्न संस्कृति को दिखाया गया है। होली के एक दिन पहले रणदीप और सुष्मिता अपने दोस्तों को घर बुलाते हैं। ये सभी अलग-अलग उम्र के हैं। कुछ विवाहित हैं तो कुछ के बीच रोमांस चल रहा है।
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जैसे-जैसे रात बीतती जाती है, उन पर शराब का सुरूर छाने लगता है। नशे में वे कुछ ऐसी बातें बोल देते हैं, जो उन्होंने अब तक अपने प्रेमी या दोस्त से छिपाकर रखी थी। इससे उनके रिश्ते बिगड़ने लगते हैं।
अगले दिन होली है। रंगों और उल्लास से भरा त्योहार। इस दिन दुश्मनी को भुलाकर गले लगाया जाता है। सभी लोग रात की बात भूलकर एक नई शुरुआत करते हैं।