आइटम नंबर करने में झिझक नहीं : अभिषेक
बॉलीवुड के नवीनतम चलन को देखते हुए अभिनेता अभिषेक बच्चन का कहना है कि उन्हें आइटम नंबर करने में कोई झिझक नहीं है। बहरहाल, जूनियर बी ने यह भी कहा कि उनके खाते में ऐसे कई गीत हैं जिनके बारे में उन्होंने कभी नहीं सोचा कि ये आइटम सांग थे।
अभिषेक की फिल्म ‘रक्त’ (2004) में ‘वन लव’, ‘दस’ (2005) के ‘दस बहाने’, ‘ब्लफ़मास्टर’ (2005) के ‘राइट हियर राइट नाउ’ और ‘दोस्ताना’ (2008) के ‘मां का लाड़ला’ तथा ‘शट अप एंड बाउंस’ को ‘आइटम सांग’ की श्रेणी में रखा जा सकता है।जूनियर बी ने कहा ‘‘निश्चित रूप से मैं सोचता हूं कि आइटम सांग करने में बहुत मजा आता है। मैंने इन सभी को करने में भरपूर आनंद लिया, लेकिन इन्हें मैंने कभी आइटम सांग के तौर पर नहीं देखा।’’ इस साल अभिनेता आमिर खान ने अपनी फिल्म ‘देल्ही बेली’ में ‘आई हेट यू’ और रणबीर कपूर ने सलमान खान की ‘चिल्लर पार्टी’ के लिए आइटम सांग किया। अमिताभ बच्चन को उनकी नवीनतम फिल्म ‘बुड्ढा होगा तेरा बाप’ में अपने ही पुराने गीतों की मेलोडी ‘गो मीरा’ पर थिरकते देखा गया। यह मेलोडी सदाबहार लोकप्रिय गीत ‘रंग बरसे’, ‘खइके पान बनारस वाला’, ‘पग घुंघरू’ और ‘सारा जमाना’ को शामिल कर बनाई गई है। क्या अभिषेक अपनी आगामी फिल्मों ‘प्लेयर्स’, ‘बोल बच्चन’, ‘धूम 3’ और ‘दोस्ताना 2’ में आइटम सांग करने जा रहे हैं। इस पर जूनियर बी ने कहा ‘‘बेहतर जवाब तो मेरे निर्देशक दे सकते हैं। लेकिन हां, यदि वे मुझसे ऐसा करने को कहेंगे तो मैं शरमाऊंगा नहीं।’’ अभिषेक ने स्पष्ट किया कि वे तब ही ऐसे आइटम सांग करना चाहेंगे जब उन्हें लगेगा कि वह उनकी संवेदनशीलता के अनुरूप हैं और उन्हें उसे करने में मजा आए। उन्होंने कहा कि पूर्व में वह ऐसे कई ऑफर ठुकरा चुके हैं।(भाषा)