जान के मराठी कमेंट पर पिता कुमार सानू ने मांगी माफी, बोले- मुझे नहीं पता कि उनकी मां ने उन्हें क्या शिक्षा दी
'बिग बॉस 14' कंटेस्टेंट जान कुमार सानू ने मराठी भाषा को लेकर टिप्पणी की थी। जान ने एक एपिसोड के दौरान निक्की तंबोली से कहा था कि मराठी में बात मत कर मुझे चिढ़ मचती है। जान की इस टिप्पणी के बाद एमएनएस और शिव सेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना नाराज हो गई थी।
एमएनएस ने चैनल को शो बंद करने की धमकी दी थी। जिसके बाद कलर्स चैनल ने फिर उसके बाद जान कुमार सानू ने माफी मांगी थी। अब जान के पिता कुमार सानू ने भी माफी मांगी है। एक वीडियो के जरिए कुमार सानू ने अपना माफीनामा पेश किया है।
वीडियो में कुमार सानू कहते हैं, 'नमस्कार उद्धव जी मैं कुमार सानू, मुझे अच्छा लगा कि बीएमसी ने कोविड के समय मेरा ध्यान रखा। इस सबके लिए मैं शुक्रिया करना चाहता हूं। मैं बीएमसी की वजह से कोरोना से बचकर आया। मैंने सुना कि मेरे बेटे जान ने बहुत ही गलत बात कही है, जो हमने 40-41 साल में ऐसा नहीं सोचा भी नहीं।
जिस मुंबई शहर ने जिस मुम्बा देवी ने मुझे ये आशीर्वाद दिया था, मुझे नेम फेम दिया, उस मुंबा देवी और उस महाराष्ट्र के बारे में ऐसी कोई बात मैं तो सोच नहीं सकता। मेरे बेटे ने जो भाषा के बारे में कहा है कि मैं कहना चाहता हूं कि मैं सभी भाषाओं का आदर करता हूं और मैंने हर भाषा में गाना गाया है।
उन्होंने कहा, मैं अपने बेटे से पिछले 27 साल से उससे अलग हूं। मुझे नहीं पता कि उनकी मां ने उन्हें क्या शिक्षा दी है। एक बाप होने के नाते मैं अपने बेटे के लिए आपसे सिर्फ माफी मांग सकता हूं। बाला साहब से लेकर अभी तक मैं जुड़ा रहा हूं। इस तरह की बातें सुनने के बाद मुझसे रहा नहीं गया।
मैंने प्रताप सरनाईक जी से बात की और उन्होंने मुझे कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है। मैं एक बार और क्षमा मांगना चाहता हूं। मुझे महाराष्ट्र की धरती ने सबकुछ दिया है। ऐसी नालायक वाली बात उसे नहीं करनी चाहिए थी। मुझे माफ कर देना, मेरे परिवार को माफ कर देना और मेरे एक्स परिवार को भी माफ कर देना।
बता दें कि कलर्स चैनल ने जान की बात को लेकर माफीनामा जारी किया था। इसके बाद बुधवार को जान ने भी माफी मांग ली थी। बिग बॉस ने जान को कनफेशन रूम में बुलाकर ऐसा गैर-जिम्मेदाराना कॉमेंट बोलने के लिए फटकार लगाई। इसके बाद जान ने मराठी कम्युनिटी से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि अनजाने में उन्होंने लोगों की भावनाओं को चोट पहुंची जिसका दुख है।