कोई कुछ भी कहे, नाम तो मिला!
बिहार का शहर पटना। पटना की एक कॉलोनी पाटलीपुत्र। पिछड़ा बिहार और पिछड़े हुए बिहार के पिछड़े लोग...। सिर्फ सुविधाओं और पैसे के ही मान से नहीं पिछड़े बल्कि दिमागी खुलेपन के मामले में भी पीछे रहने वाले बिहार के लोग....। ऐसे पिछड़े लोगों में एक लड़की ऐसा दुस्साहसिक फोटो सेशन दे तो हैरत ज्यादा होती है। अब आप कहेंगे कि फोटो सेशन में दुस्साहस की क्या बात! जिस हद तक निर्वस्त्र हुआ जा सकता था, शो बिजनेस की लड़कियाँ पहले ही हो चुकी हैं। निर्वस्त्र होने में अब दुस्साहस तो क्या साहस जैसी भी कोई बात नहीं रही। जिस हद पर कोई फोटो पोर्न की दहलीज पर पहुँच जाता है, वैसे फोटो तो बरसों पहले ही आम हो गए। जिस्मों में रहस्य और रोमांच वाली कोई बात नहीं बची। सारे राज अब खुल गए हैं और बिकनी वाले फोटो तक बोरियत पैदा कर रहे हैं।तो जवाब ये है कि पटना की पाटलीपुत्र कॉलोनी से आई नीतू चंद्रा के वो फोटो शायद आपने नहीं देखे जो उसने हाल ही में एक पत्रिका के लिए खिंचवाए हैं। इन फोटो में दो लड़कियाँ हैं और दोनों ने बिकनी पहन रखी है। खैर... बिकनी तो कोई मुद्दा ही नहीं पर असल बात यह कि दोनों लड़कियों ने ऐसे पोज दिए हैं मानो दोनों समलैंगिक हों। नीतू चंद्रा कैमरे में झाँककर मुस्कुरा रही हैं मानो कह रही हों, कि मैं ऐसा फोटो सेशन भी कर सकती हूँ। उनके साथ मॉडल कृषिका गुप्ता है। कृषिका गुप्ता के चेहरे के भाव वैसे ही हैं जैसे इस तरह के मौके पर हो सकते हैं, पर नीतू चंद्रा के चेहरे पर शरारत है, शोखी है। पहली नजर में ऐसा लगता है जैसे ये फोटो महिला समलैंगिकता का समर्थन करते हैं। इनमें मानो एक संदेश छुपा है कि अगर आप समलैंगिक हैं तो खुलकर सामने आइए, जमाने की परवाह मत कीजिए।मुमकिन है कि फोटो के जरिए यही कहने की कोशिश की गई हो। मगर इससे भी ज्यादा मुमकिन ये है कि ये प्रचार का हथकंडा हो। समलैंगिता पर लोग अलग-अलग ढंग की राय रखते हैं। कुछ लोग करुणा की नजर से देखते हैं और कहते हैं कि हर किसी को अपने ढंग से जीने की आजादी है। हमारे यहाँ भी खबरें आती रहती हैं कि अमुक गाँव में दो लड़कियों ने आपस में शादी कर ली और अमुक शहर में दो लड़कों ने सात फेरे ले लिए। नीतू चंद्रा के इन फोटो से नई बहस शुरू हो सकती है और संवादहीन हो रहे समाज में बहस की बहुत आवश्यकता है। नीतू चंद्रा ने अगर चर्चित होने के लिए भी ऐसे फोटो दिए हैं तो इसे समझा जा सकता है। बड़ी-बड़ी आँखों वाली नीतू चंद्रा साँवली हैं, जैसी यूपी बिहार की आम लड़कियाँ हुआ करती हैं। नक्श बहुत कटीले नहीं हैं और न ही फिगर जीरो या जीरो के आसपास है। मगर इसके बावजूद एक अजीब-सी कशिश चेहरे में है। बहरहाल फोटो शूट के समय से ही इन्हें लेकर हंगामा चल रहा है और इसमें रोजाना कुछ न कुछ नया जुड़ता जा रहा है। "गरम मसाला", "ट्रैफिक सिग्नल" और कुछ दक्षिण भारतीय फिल्मों ने नीतू को वो पहचान नहीं दी है, जो वे चाहती हैं। तो यह तरीका सही। कोई दूसरी बाला इसे करे, इससे पहले मैं क्यों नहीं? (नईदुनिया)