प्रियंका चोपड़ा : मुझे कॉम्पिटीशन देने वाले पुरुष पसंद हैं
प्रियंका चोपड़ा कहती हैं कि उन्हें अब फूल, चॉकलेट्स और गिफ्ट्स में इतना इंटरेस्ट नहीं रहा। मतलब अब इनके जरिए उनका दिल नहीं जीता जा सकता। उनका दिल जीतने के लिए तो उन्हीं की तरह 'विजेता' होना चाहिए।
भले ही उनके खाते में बहुत लंबी हिट्स की लिस्ट न हो लेकिन प्यारी प्रियंका का कांफिडेंस वैसा ही है जैसा मिस वर्ल्ड बनते समय था। उनके हाथ में अब भी कई बड़े बैनर हैं तथा सितारा हीरो का साथ भी। साथ ही वे अपने म्यूजिक अलबम की लांचिंग में भी जुटी हुई हैं। इस म्यूजिक अलबम को प्रियंका अपने साथ-साथ अपने पिता का सपना भी कहती हैं। वे चाहती हैं कि इसके द्वारा भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिले। इसके अलावा अग्निपथ के रीमेक (ऋतिक रोशन), क्रिश के सीक्वल (फिर से ऋतिक), तेरी मेरी कहानी (शाहिद कपूर) तथा बर्फी (रणबीर कपूर) के साथ प्रियंका आने वाले दिनों में अपने फैन्स के लिए और भी सरप्राइज़ेस की तैयारी कर रही हैं।अपने अलबम के गीत खुद उन्होंने लिखे हैं और वे मानती हैं कि इसमें उनकी कई भावनाएँ उमड़ आई हैं। वैसे प्रियंका अपने दिल में क्या चल रहा है ये बाहर जाहिर नहीं करने वाले लोगों में से हैं। यहाँ तक कि वे अपने माता-पिता या बहुत करीबी लोगों से भी कई चीजें शेयर नहीं करतीं लेकिन पता नहीं कैसे अलबम के गीत लिखते समय वे अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाईं। अलबम की तैयारी के लिए उन्होंने यूएस में लंबा समय बिताया और पूरे समय संगीत की होकर रहीं। वे इसे अपने जीवन का बेहतरीन अनुभव मानती हैं। इस दौरान उन्होंने लेडी गागा जैसे कई दोस्त भी बनाए और उनसे संगीत की दुनिया के बारे में काफी कुछ सीखा भी। प्रियंका मानती हैं कि जिंदगी के स्याह अनुभव या अँधेरे कोने विचारों को गहराई से प्रभावित करते हैं और इनसे ही कविता या लेख जैसी चीजें जन्म लेती हैं। खुद उनके साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ। वे जब भी पीड़ा के दौर से गुजर रही होती हैं तो कविता लिख डालती हैं। पिछले दिनों इसमें उनके पिता के बीमार होने की पीड़ा भी जुड़ गई थी। गौरतलब है कि प्रियंका के पिता को कैंसर डायग्नोस हुआ था। एतराज का वैम्पी रोल हो, डॉन जैसे 'बुरे आदमी' के पीछे पागल होने वाली लड़की या फिर सात खून माफ में बेदर्दी से अपने पतियों के कत्ल करने वाली खूँखार हसीना...प्रियंका ने डार्क और ग्रे शेड वाले किरदार भी बखूबी निभाए हैं। वैसे प्रियंका खुद के बारे में भी कहती हैं कि वे जिंदगी की छुपी हुई, रहस्यमय तथा अँधेरी परतों की तरफ ज्यादा आकर्षित होती हैं। उन्हें हर वह काम करने में मजा आता है जिसके लिए उन्हें मना किया जाए या जिसके लिए रिस्क उठानी पड़े। उनके इसी व्यवहार के चलते बचपन में उन्हें होस्टल भेज दिया गया था ताकि वे सुधर सकें। वे अपने मूड को भी अपनी राह की एक बड़ी बाधा मानती हैं लेकिन साथ ही यह भी कहती हैं कि वे इस पर भी कंट्रोल कर सकती हैं। अगर बात दिल जीतने की हो तो भी प्रियंका की सोच एकदम स्पष्ट है। वे कहती हैं कि उन्हें अब फूल, चॉकलेट्स और गिफ्ट्स में इतना इंटरेस्ट नहीं रहा। मतलब अब इनके जरिए उनका दिल नहीं जीता जा सकता। उनका दिल जीतने के लिए तो उन्हीं की तरह 'विजेता' होना चाहिए। जैसे वे फटाफट जीवन में उपलब्धि की सीढ़ियाँ चढ़ रही हैं, उसी लिहाज से उन्हें कॉम्पिटीशन देने वाला पुरुष पसंद आ सकता है। हाँ, लेकिन उसका रोमांटिक होना भी जरूरी है। अपने प्रशंसकों से जुड़े रहने के मामले में भी प्रियंका बहुत आगे हैं। टि्वटर तथा फेसबुक पर उनके हजारों फॉलोअर हैं। सोशल नेटवर्किंग साइट्स को प्रियंका फीडबैक पाने का सबसे अच्छा तरीका मानती हैं। वे कहती हैं कि प्रशंसकों के करीब रहने का यह सबसे अच्छा तरीका है। इससे आपको पता चलता रहता है कि दुनिया में क्या हो रहा है। करियर के लिहाज से प्रियंका हर तरह के रोल करना चाहती हैं और उसमें बेस्ट परफॉरमेंस देने में यकीन रखती हैं। एक्शन, कॉमेडी और रोमांटिक भूमिकाओं से लेकर ग्रे शेड निभाने और आइटम नंबर करने से भी उन्हें कोई गुरेज नहीं है। वे न तो शाहिद कपूर से अपना नाम जोड़ने वाली खबरों से घबराकर सफाई देती हैं न ही शाहरुख को लेकर चल रहे विवादों को लेकर परेशान होती हैं। बकौल प्रियंका, शाहरुख और उनके बीच कोई मतभेद नहीं है। इस बारे में अफवाहें ज्यादा उड़ाई गई हैं। शुक्र है कि इसके बावजूद उनके बीच कोई कड़वाहट नहीं पैदा हो पाई। डॉन-2 के रिलीज होने से पहले प्रियंका ने कहा था कि उनकी यह फिल्म अब तक की बॉक्स ऑफिस कमाई के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर डालेगी। अब जब डॉन-2 ने वाकई खासी कमाई कर ली है और वह हिट की श्रेणी में रख दी गई है (ये आजकल का नया फंडा है। कमाई के इतने तरीके हैं कि सितारे की ओर से तो फिल्म हिट करवा ही ली जाती है) तब प्रियंका मैम भी सातवें आसमान पर हैं...। - रवि ईनामदार