बैंकों की जोखिम बढ़ेगी!
विट्ठल नागर | सोमवार,नवंबर 3,2014
शेयर बाजार या कंपनियों व बैंकों के लिए नकारात्मक खबरों का सिलसिला जारी है। इसी कॉलम में देश के वित्तीय बाजार पर ...
यात्री सुविधाएँ लुभावनी नहीं
विट्ठल नागर | सोमवार,नवंबर 3,2014
वर्ष 2008-09 का देश का पहला ऐसा रेल बजट है जिसमें बुनियादी संरचना निर्माण (इंफ्रास्ट्रक्चर) को अधिक महत्व दिया गया है। ...
नहीं दिखाया साहस
विट्ठल नागर | सोमवार,नवंबर 3,2014
चुनाव के परिप्रेक्ष्य में वित्तमंत्री पी. चिदंबरम द्वारा प्रस्तुत बजट को न तो आर्थिक वृद्धि दर में तेजी लाने वाला कहा ...
औसत सुधारने में असफल रहे राघवजी
विट्ठल नागर | सोमवार,नवंबर 3,2014
चाहे केंद्र हो या राज्य- चुनाव के परिप्रेक्ष्य में सभी के बजट डाँवाडोल हो जाते हैं। लोकतंत्र की सबसे बड़ी खामी यही है कि ...
उद्योगों में निराशा की झलक
विट्ठल नागर | सोमवार,नवंबर 3,2014
देश के उद्योगों का उत्पादन अमेरिकी मंदी, वैश्विक वित्तीय बाजार के उभरते संकट से अथवा चीन के आयात से प्रभावित हो रहा है ...
बदलेगी विनिमय दर नीति!
विट्ठल नागर | सोमवार,नवंबर 3,2014
भारतीय रिजर्व बैंक का प्रयास अभी तक यही रहा है कि देश के विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर की तुलना में रुपए की विनिमय दर ...
समुचित आपूर्ति की व्यवस्था जरूरी
विट्ठल नागर | सोमवार,नवंबर 3,2014
आर्थिक विकास (जीडीपी) की उच्चवृद्धि दर मुद्रास्फीति को बढ़ावा देती है किंतु भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर वायवी रेड्डी ने ...
अँधेरी सुरंग में ढूँढना है उजाला
विट्ठल नागर | सोमवार,नवंबर 3,2014
डी. सुब्बाराव को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर बनाने की घोषणा पर अनेक तरह की चर्चाएँ संभव है, यहाँ तक कि इसकी ...
महँगाई व ब्याज का भार असहनीय
विट्ठल नागर | सोमवार,नवंबर 3,2014
देश की अर्थव्यवस्था में आ रहे धीमेपन एवं विषम वैश्विक परिस्थितियों में भी देश की 1159 कंपनियों ने 7 मई 2008 तक वर्ष ...
सोना है सदा के लिए
विट्ठल नागर | सोमवार,नवंबर 3,2014
जब भी वैश्विक मुद्रा व शेयर बाजार में उठापटक (वोलेटाइल) की स्थिति बनती है, तब बुलियन बाजार में सोने के भाव बढ़ते हैं। ...