मार्गशीर्ष माह में भगवान श्री कृष्ण का पूजन करने वालों के सब क्लेश दूर हो जाते हैं। जिन परिवारों में कलह-क्लेश के कारण अशांति का वातावरण हो, वहां घर के लोग मार्गशीर्ष माह में इन मंत्रों का अधिकाधिक जप करें। इन मंत्रों से दुख-दरिद्रता से उद्धार होता है। अगर पूरे माह इन मंत्रों का जाप नहीं कर सकते हो कम से कम गीता जयंती/मोक्षदा एकादशी के दिन इन मंत्रों का जाप अवश्य करें।
1. समस्त दुखों से छुटकारा पाने का मंत्र :-
दुख या क्लेश के निवारण के लिए श्रीकृष्ण का ध्यान करते हुए 11 बार निम्नलिखित मंत्र का जप एकाग्रचित्त होकर करना चाहिए-
मंत्र- कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणतक्लेशनाशय गोविंदाय नमो नम।।
2. हर परिस्थिति में विजयी दिलाने वाला मंत्र :-
जीवन में आने वाली विपरीत परिस्थितियों में विजय प्राप्त करने के लिए श्रीमद्भगवद्गीता के इस श्लोक को पढ़ना चाहिए-
मंत्र- यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।।
3. संपत्ति का स्वामी बनाता है यह कृष्ण मंत्र
संपत्ति प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन पढ़ें यह मंत्र :-
मंत्र- यत्र योगेश्वर: श्रीकृष्ण: यत्र पार्थो धनुर्धर:। तत्र श्रीर्विजयो भूतिध्रुवा नीतिर्मतिर्मम।।
4. घर में कलह हो तो पढ़ें मंत्र :-
मंत्र- कृष्णायवासुदेवायहरयेपरमात्मने। प्रणतक्लेशनाशायगोविन्दायनमोनम:॥
इस मंत्र का नित्य जप करते हुए श्रीकृष्ण की आराधना करें। इससे परिवार में खुशियां वापस लौट आएंगी।
5. लव मैरिज का मंत्र :-
जिन लड़कों का विवाह नहीं हो रहा हो या प्रेम विवाह में विलंब हो रहा हो, उन्हें शीघ्र मनपसंद विवाह के लिए श्रीकृष्ण के इस मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए-
मंत्र- क्लीं कृष्णाय गोविंदाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा।'
6. सुंदर संतान पाने का मंत्र :-
शीघ्र संतान प्राप्ति के लिए घर में श्रीकृष्ण के बालस्वरूप लड्डूगोपालजी की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए। अनेक पुराणों में वर्णित संतान प्राप्ति का यह सबसे सहज उपाय है। कान्हा जैसी सुंदर संतान के लिए इस मंत्र का उच्चारण करें-
मंत्र- सर्वधर्मान् परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज। अहं त्वा सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुच।।
7. अगर कोई गुरु ना हो तो जपें ये मंत्र :-
जिन व्यक्तियों के कोई गुरु न हो या किसी पारंपरिक वैदिक संप्रदाय में दीक्षित न हो, उन्हें गुरुभक्ति प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जप करना चाहिए-
मंत्र- वसुदेवसुतं देवं कंसचाणूरमर्दनम्। देवकीपरमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरूम्।।
8. नि:संतान दंपत्ति के लिए मंत्र :-
जिन परिवारों में संतान सुख न हो कुंडली में बुध और गुरु संतान प्राप्ति में बाधक हों तब पति-पत्नी दोनों को तुलसी की शुद्ध माला से पवित्रता के साथ 'संतान गोपाल मंत्र' का नित्य 108 बार जप करना चाहिए या विद्वान ब्राह्मणों से सवा लाख जप करवाने चाहिए-
मंत्र- देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते। देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:।।
9. कुंआरी कन्या जपें ये मंत्र :-
जिन कन्याओं का विवाह नहीं हो रहा हो या विवाह में विलंब हो रहा हो, उन कन्याओं को श्रीकृष्ण जैसे सुंदर पति की प्राप्ति के लिए माता कात्यायनी के इस मंत्र का जप वैसे ही करना चाहिए जैसे द्वापर युग में श्री कृष्ण को पति रूप में पाने के लिए गोकुल की गोपियों ने किया था।
मंत्र- कात्यायनि महामाये महायोगिन्यधीश्वरि। नन्दगोपसुतं देवि पतिं मे कुरू ते नम:।।