गुरुवार, 28 मार्च 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. आज का मुहूर्त
  4. 30 September to 06 October 2019 Weekly Muhurat

जानिए इस सप्ताह के शुभ मुहूर्त (30 सितंबर से 6 अक्टूबर 2019 तक)

जानिए इस सप्ताह के शुभ मुहूर्त (30 सितंबर से 6 अक्टूबर 2019 तक) - 30 September to 06 October 2019 Weekly Muhurat
आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए सप्ताह के 7 दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप इन 7 दिनों में वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो इस शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 'वेबदुनिया' आपके लिए इस सप्ताह के अंतर्गत आनेवाले प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है।
 
सोमवार, 30 सितंबर 2019 के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्- 2076, हिजरी सन्- 1440- 41, ईस्वी सन्- 2019, अयन- दक्षिणायन, मास- आश्विन, पक्ष- शुक्ल, संवत्सर नाम- परिधावी, ऋतु- शरद, वार- सोमवार, तिथि (सूर्योदयकालीन)- द्वितीया, नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- चित्रा, योग (सूर्योदयकालीन)- इंद्र, करण (सूर्योदयकालीन)- कौलव, लग्न (सूर्योदयकालीन)- कन्या
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहु काल- प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल- आग्नेय
योगिनी वास- उत्तर
गुरु तारा- उदित
शुक्र तारा- उदित
चंद्र स्थिति- तुला
व्रत/मुहूर्त- चंद्रदर्शन
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र- ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय- मंदिर में चावल चढ़ाएं।
आज जन्म लिए जातक का नामाक्षर- पे, पो, रा, री।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 


मंगलवार, 1 अक्टूबर 2019 के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्- 2076, हिजरी सन्- 1440- 41, ईस्वी सन्- 2019, अयन- दक्षिणायन, मास- आश्विन, पक्ष- शुक्ल, संवत्सर नाम- परिधावी, ऋतु- शरद, वार- मंगलवार, तिथि (सूर्योदयकालीन)- तृतीया, नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- स्वाति, योग (सूर्योदयकालीन)- वैधृति, करण (सूर्योदयकालीन)- गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)- कन्या,
शुभ समय- 10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहु काल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल- उत्तर 
योगिनी वास- आग्नेय
गुरु तारा- उदित
शुक्र तारा- उदित
चंद्र स्थिति- तुला
व्रत/मुहूर्त- भद्रा
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय- मंदिर में ताम्र पात्र का दान करें। 
आज जन्म लिए जातक का नामाक्षर- रू, रे, रो, ता।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 

बुधवार, 2 अक्टूबर 2019 के मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्- 2076, हिजरी सन्- 1440- 41, ईस्वी सन्- 2019, अयन- दक्षिणायन, मास- आश्विन, पक्ष- शुक्ल, संवत्सर नाम- परिधावी, ऋतु- शरद, वार- बुधवार, तिथि (सूर्योदयकालीन)- चतुर्थी, नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- विशाखा, योग (सूर्योदयकालीन)- प्रीति, करण (सूर्योदयकालीन)- विष्टि, लग्न (सूर्योदयकालीन)- कन्या
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहु काल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल- ईशान
योगिनी वास- उत्तर
गुरु तारा- उदित
शुक्र तारा- उदित 
चंद्र स्थिति- वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त- उपांग ललिता व्रत
यात्रा शकुन- हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय- मंदिर में हरे फल दान करें।
आज जन्म लिए जातक का नामाक्षर- ती, तू, ते, तो।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 

 
गुरुवार, 3 अक्टूबर 2019 के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्- 2076, हिजरी सन्- 1440- 41, ईस्वी सन्- 2019, अयन- दक्षिणायन, मास- आश्विन, पक्ष- शुक्ल, संवत्सर नाम- परिधावी, ऋतु- शरद, वार- गुरुवार, तिथि (सूर्योदयकालीन)- पंचमी, नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- अनुराधा, योग (सूर्योदयकालीन)- आयुष्मान, करण (सूर्योदयकालीन)- बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)- कन्या, 
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहु काल- दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल- दक्षिण
योगिनी वास- नैऋत्य
गुरु तारा- उदित
शुक्र तारा- उदित
चंद्र स्थिति- वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त- सर्वार्थ सिद्धि योग
यात्रा शकुन- बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय- मंदिर में बेसन की मिठाई चढ़ाएं।
आज जन्म लिए जातक का नामाक्षर- ना, नी, नू, ने।
वनस्पति तंत्र उपाय- पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


 
शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2019 के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्- 2076, हिजरी सन्- 1440- 41, ईस्वी सन्- 2019, अयन- दक्षिणायन, मास- आश्विन, पक्ष- शुक्ल, संवत्सर नाम- परिधावी, ऋतु- शरद, वार- शुक्रवार, तिथि (सूर्योदयकालीन)- षष्ठी, नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- ज्येष्ठा, योग (सूर्योदयकालीन)- सौभाग्य, करण (सूर्योदयकालीन)- तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)- कन्या,
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहु काल- प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल- वायव्य
योगिनी वास- दक्षिण
गुरु तारा- उदित
शुक्र तारा- उदित
चंद्र स्थिति- धनु
व्रत/मुहूर्त- सरस्वती पूजन
यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय- मंदिर में खीर चढाएं।
आज जन्म लिए जातक का नामाक्षर- नो, या, यी, यू।
वनस्पति तंत्र उपाय- गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 


शनिवार, 5 अक्टूबर 2019 के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्- 2076, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन्- 2019, अयन- दक्षिणायन, मास- आश्विन, पक्ष- कृष्ण, संवत्सर नाम- परिधावी, ऋतु- शरद, वार- शनिवार, तिथि (सूर्योदयकालीन)- सप्तमी, नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- मूल, योग (सूर्योदयकालीन)- शोभन, करण (सूर्योदयकालीन)- वणिज, लग्न (सूर्योदयकालीन)- कन्या
शुभ समय- प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहु काल- प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल- पूर्व
योगिनी वास- वायव्य
गुरु तारा- उदित
शुक्र तारा- उदित
चंद्र स्थिति- धनु
व्रत/मुहूर्त- भद्रा
यात्रा शकुन- शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र- ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय- लंगर या भंडारे में कोयला (ईंधन) दान करें।
आज जन्म लिए जातक का नामाक्षर- ये, यो, भा, भी 
वनस्पति तंत्र उपाय- शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 


रविवार, 6 अक्टूबर 2019 के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्- 2076, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन्- 2019, अयन- दक्षिणायन, मास- आश्विन, पक्ष- शुक्ल, संवत्सर नाम- परिधावी, ऋतु- शरद, वार- रविवार, तिथि (सूर्योदयकालीन)- अष्टमी , नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- पूर्वाषाढ़ा, योग (सूर्योदयकालीन)- अतिगंड, करण (सूर्योदयकालीन)- बालव, लग्न (सूर्योदयकालीन)- कन्या
शुभ समय- 9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 तक
राहु काल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल- पश्चिम 
योगिनी वास- ईशान
गुरु तारा- उदित
शुक्र तारा- उदित
चंद्र स्थिति- मकर
व्रत/मुहूर्त- दुर्गाष्टमी, बलिदानं पूजा
यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र- ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय- मंदिर में स्वर्ण दान करें।
आज जन्म लिए जातक का नामाक्षर- भू, धा, फ़ा, ढ़ा
वनस्पति तंत्र उपाय- बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन- उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है। पंचांग भेद होने पर तिथि/ मुहूर्त/ समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
- ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: [email protected]