मंगलवार, 28 जनवरी 2025
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Written By Author पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे

अगस्त माह का भविष्यफल

अगस्त माह का भविष्यफल -
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7 अगस्त को बुध सिंह राशि में प्रवेश करेगा। फलस्वरूप स्वर्ण महँगे होंगे। धान्यों के भाव साधारण रहेंगे। 9 अगस्त शनिवार को मंगल कन्या राशि में प्रवेश करेगा। फलस्वरूप रेशमी वस्त्र, चंदन और लाल वस्तुएँ सभी महँगे होंगे।

16 अगस्त शनिवार को सूर्य सिंह राशि में प्रवेश करेगा। इसके प्रभाव से पूर्व तथा उत्तर के देशों में अशांति होगी। बच्चों को कष्ट का योग बनता है। दक्षिण देशों में युद्ध की स्थिति बनने के योग बनते हैं। इस पक्ष में भी कहीं जल प्लावन या भारी रक्तपात होने से जन-धन की हानि हो सकती है। अग्निकांड की गतिविधियों में वृद्धि होने के योग प्रबल हैं

7 अगस्त को बुध के सिंह राशि में प्रवेश करने से अनेक वस्तुओं के भावों में वृद्धि आएगी। यानी सूत, कपड़े, देवदारु, रुई, चाँदी, सोना आदि महँगे होंगे। जबकि शक्कर और कपूर के भाव घटेंगे। जनता में असंतोष रहेगा।
  अगस्त मध्य तक चतुर्ग्रही योग होने से अधिकांश भागों में तेज वर्षा होगी। सूर्य के आगे मंगल होने से कुछ भागों में कम वर्षा होगी। कहीं जलप्लावन होगा तो कहीं जन-धन की हानि होगी। आँधी-तूफान, ओलावृष्टि से कृषि को हानि की आशंका है।      


सूर्य के द्वितीय भाव में (अर्थात दूसरे स्थान पर) बुध, शुक्र, शनि, मंगल स्थित होने से तेज हवा के साथ कहीं-कहीं खंड वर्षा होगी। कुछ स्थानों पर भारी वर्षा के योग हैंशनि-मंगल के कारण भारी वर्षा से कहीं धन-जन की हानि होगी। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, गुजरात, बिहार, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ के अधिकांश भागों में अच्छी वर्षा होगी।

24 अगस्त बुध कन्या राशि में प्रवेश करेगा। इसके परिणामस्वरूप स्वर्ण अधिक समय तक महँगा रहेगा। उसके बाद कम होगा। 25 अगस्त को मंगल हस्त नक्षत्र में प्रवेश करेगा। इसमें धान्य की फसल कम होने के योग हैं। घी के भाव में तेजी आएगी। 26 अगस्त को शुक्र कन्या राशि में प्रवेश करेगा। इसके फलस्वरूप फसल (धान्यों) का नाश होगा तथा धान्यों के मूल्यों में वृद्धि होगी।

इसके प्रभाव से चावल के भाव विशेषकर बढ़ेंगे। मंगल राशि परिवर्तन करेगा। इसके प्रभाव से दुर्घटनाअओं में वृद्धि होगी तथा अशांति का वातावरण बनेगा। आतंकवादी और राष्ट्रविरोधी तत्व भय का वातावरण उत्पन्न करेंगे। अगस्त मध्य तक चतुर्ग्रही योग होने से अधिकांश भागों में तेज वर्षा होगी। सूर्य के आगे मंगल होने से कुछ भागों में कम वर्षा होगी। कहीं जलप्लावन होगा तो कहीं जन-धन की हानि होगी। आँधी-तूफान, ओलावृष्टि से कृषि को हानि की आशंका है।