ज्येष्ठ मास की अमावस्या को शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 25 मई 2017 गुरुवार को है। इस दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए पूजा, व्रत व विशेष उपाय किए जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है और उनकी टेढ़ी दृष्टि से लोग अत्यंत भयभीत होते हैं। आइए जानते हैं शनि की दशा सुधारने के उपाय, जातक अपनी राशि अनुसार उपाय प्रयोग में लाएं।
मेष राशि के जातकों के लिए शनि की शांति के उपाय :
जातक सवा 5 रत्ती का नीलम या उपरत्न (नीली) सोना, चांदी या तांबे की अंगूठी में अभिमंत्रित करवाकर धारण करें।
शनि यंत्र के साथ नीलम या फिरोजा रत्न गले में लॉकेट की आकृति में पहन सकते हैं, यह उपाय भी उत्तम है।
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वृषभ राशि के जातकों के लिए शनि की शांति के उपाय :
काले घोड़े की नाल या समुद्री नाव की कील से लोहे की अंगूठी बनवाएं। उसे तिल्ली के तेल में 7 दिन शनिवार से शनिवार तक रखें तथा उस पर शनि मंत्र के 23,000 जाप करें। शनिवार की शाम को इसे धारण करें। यह अंगूठी मध्यमा (शनि की अंगुली) में ही पहनें तथा इसके लिए पुष्य, अनुराधा, उत्तरा, भाद्रपद एवं रोहिणी नक्षत्र सर्वश्रेष्ठ है।
मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि की शांति के उपाय :
शनि के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए 7 प्रकार के अनाज व दालों को मिश्रित करके पक्षियों को चुगाएं।
सवा 5 रत्ती का नीलम या उपरत्न (नीली) सोना, चांदी या तांबे की अंगूठी में अभिमंत्रित करवा कर धारण करें।
कर्क राशि के जातकों के लिए शनि की शांति के उपाय :
शनिवार को इन 10 नामों से शनिदेव का पूजन करें-
कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:।
सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:।।