वेबदुनिया के पाठकों के लिए पाक्षिक-पंचाग श्रृंखला में प्रस्तुत है चैत्र मास के शुक्ल पक्ष का पाक्षिक पंचांग-
संवत्सर- विरोधकृत
संवत्- 2075 शक संवत् :1940
माह-चैत्र
पक्ष-शुक्ल पक्ष
ऋतु-वसन्त
रवि-उत्तरायणे
गुरु तारा- उदित स्वरूप
शुक्र तारा- उदित स्वरूप
सर्वार्थ सिद्धि योग- 20 मार्च, 21 मार्च, 26 मार्च, 28 मार्च
अमृतसिद्धि योग- 20 मार्च,
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित
त्रिपुष्कर योग- अनुपस्थित
रविपुष्य योग- अनुपस्थित
गुरुपुष्य योग- अनुपस्थित
एकादशी- 27 मार्च (कामदा एकादशी व्रत)
प्रदोष- 29 मार्च
भद्रा-20 मार्च (उदय), 21 मार्च (अस्त), 24 मार्च (उदय/अस्त)-27 मार्च (उदय/अस्त), 30 मार्च (उदय/अस्त)
पंचक- 19 मार्च को समाप्त
ग्रहाचार: सूर्य-मीन राशि में, चन्द्र-(सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं)
मंगल-धनु, बुध-मीन, गुरु-तुला, शुक्र-मीन, शनि-धनु, राहु-कर्क, केतु-मकर
व्रत/त्यौहार- 24 मार्च दुर्गाष्टमी (मतान्तर से 25 मार्च), 25 मार्च रामनवमी, 31 मार्च हनुमान जयन्ती
-ज्योतिर्विद पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र