Magha month vrat and tyohar 2022 : 18 जनवरी से माघ माह प्रारंभ हो चुका है, जो 16 फरवरी तक रहेगा। माघ माह का हिन्दू शास्त्रों में बहुत महत्व बताया गया है। आओ जानते हैं इस माह के प्रमुख व्रत और त्योहारों के नाम।
तिल संकटा चतुर्थी : 18 जनवरी को पुष्य नक्षत्र में षोडषकारण व्रत के प्रारंभ होने के बाद 21 जनवरी को तिल संकटा चतुर्थी रहेगी जिसे लंबोदर संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है। इस दिन गणेशजी की तिल से पूजा होगी।
कालाष्टमी : 25 जनवरी को कालाष्टमी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन भगवान भैरव की पूजा होगी।
भीष्म पितामह जयंती : 26 जनवरी को भीष्म पितामह की जयंती है।
तिल द्वादशी और शनि प्रदोष : 29 जनवरी को तिल द्वादशी का व्रत रखा जाएगा।
शिव चतुर्दशी व्रत : 30 जनवरी को मेरु त्रयोदाशी है इस दिन चतुर्दशी व्रत भी रखा जाएगा।
श्राद्ध अमावस्या और ऋषभनाथजी का निर्वाण दिवस : 31 जनवरी को अमावस्या है और इसी दिन भगवान ऋषभनाथजी का निर्वाण दिवस।
मौनी अमावस्या : 1 फरवी को मौनी अमावस्या रहेगी, जिसे माघी अमावस्या भी कहा जाता है।
गुप्त नवरात्रि : 2 फरवरी से माग माह की गुप्त नवरात्रि प्रारंभ हो जाएगी। इसी दिन से पंचक काल भी प्रारंभ होगा।
विनायक चतुर्थी : 4 फरवी को विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा। इसे तिलकुंद चतुर्दशी भी कहा जाता है।
वसंत पंचमी : 5 फरवरी को वसंत पंचमी और सरस्वती पूजा है।
स्कंन्द षष्ठी : 6 फरवरी को स्कंन्द षष्ठी है।
रथ सप्तमी और नर्मदा जयंती : 7 फरवरी को रथ सप्तमी, शीतलाष्टी और इस दिन देवनारायण जयंती भी है।
भीष्म अष्टमी : 7-8 फरवरी को भीष्म अष्टमी है। इस दिन नर्मदा जयंती है और इस दिन भी रथ या अचला सप्तमी भी रहेगी।
महानंदा नवमी : 10 फरवरी को गुप्त नवरात्रि समाप्त हो जाएगी। इस दिन महानंदा नवमी रहेगी। नवरात्रि पारण होगा। इस दिन जैन धर्म का रोहिणी व्रत प्रारंभ हो जाएगा।
भीष्म या जया एकादशी : 12 फरवरी को भीष्म एकादशी रहेगी जिसे जया और अजा एकादशी भी कहते हैं।
भीष्म द्वादशी और कुंभ संक्रांति : 13 फरवरी को कुंभ संक्रांति रहेगी और इसी दिन भीष्म द्वादशी भी है। इसे तिल द्वादशी भी कहा जाता है।
विश्वकर्मा जयंती : 14 फरवरी को भगवान विश्वकर्माजी की जयंती है और इसी दिन सोम प्रदोष का व्रत रखा जाएगा।
वीर तेजाजी जयंती : 15 फरवरी को वीर तेजाजी महाराज की जयंती है।
माघ पूर्णिमा : 16 फरवरी को माघ पूर्णिमा के स्नान के साथ ही माघ माह समाप्त हो जाएगा।