मेष- मेष राशि वालों को इस समय विवादित सौदों में पूंजी निवेश से बचना चाहिए।
उपाय- सरसों के तेल का दान गरीबों को दें।
वृषभ- वृषभ राशि वालों को पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
उपाय- श्रद्धानुसार ज्वार गरीब व गौशाला में दान दें।
मिथुन- मिथुन राशि वालों को कारोबार में लाभ और विवादों से पीछा छूटेगा।
उपाय- उड़द के आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को डालें।
कर्क राशि- सरकार से लाभ मिलेगा और विघ्न और परेशानियों से छुटकारा मिलेगा।
उपाय- भगवान शिव के शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करें। गरीब और अपाहिजों को भोजन कराना शुभ रहेगा।
सिंह राशि- सिंह राशि वालों को किए गए कार्यों में मनोनुकूल फल प्राप्त नहीं होंगे। साझेदारी के कार्यों में सावधानी बरतें।
उपाय- मां भगवती के श्रीचरणों में गुलाब के 108 फूल अर्पित करें। श्री शनिदेव के श्रीचरणों में तेल चढ़ाएं।
कन्या राशि- कन्या राशि वालों के मनोनुकूल कार्य परिवर्तन एवं कोर्ट-कचहरी के मसलें हल होंगे।
उपाय- वट वृक्ष के पेड़ में जल अर्पित करें। तवा, अंगीठी व काले कपड़े का दान करना शुभ रहेगा।
तुला राशि- तुला राशि वालों की आय के साधनों में वृद्धि होगी और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का निवारण होगा।
उपाय- गरीब कन्याओं को दूध और दही का दान दें। साथ ही मंदिर जरूर जाएं।
वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि वालों का पिछली समस्याओं से पीछा छूटेगा और मित्रों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा।
उपाय- नैतिकता का दामन पकड़े। साथ ही पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं। साबूत मसूर सफाई कर्मचारी को दान में दें।
धनु राशि- धनु राशि वालों को कम प्रयत्न और लाभ अधिक होगा। आय के साधन बढ़ेंगे। परंतु दुर्घटनाओं से सावधान।
उपाय- श्रद्धानुसार अंधे व्यक्ति को भोजन कराना लाभकारी रहेगा। चने की दाल कुष्ठ रोगियों को दें।
मकर राशि- मकर राशि वालों को व्यर्थ के भ्रम, भ्रांति और भय से बाहर आना होगा। अहम और ईर्ष्या नुकसान देगी। परंतु गुजारे लायक धन की प्राप्ति अवश्य होगी।
उपाय-श्रद्धानुसार बाजारा पक्षियों को डालें। श्री शनिदेव के श्रीचरणों में पीले पुष्प अवश्य चढ़ाएं।
कुंभ राशि- कुंभ राशि वालों के रुके हुए कार्य बनेंगे। राजनीतिक वर्चस्व बढ़ेगा। सामाजिक सुयश की प्राप्ति भी होगी।
उपाय- 800 ग्राम दूध अपने ऊपर से 8 बार उतार कर 800 ग्राम उड़द के साथ बहते पानी में प्रवाह कर दें।
मीन राशि- मीन राशि वालों के व्यवसाय में सफलता, सामाजिक दायरों में वृद्घि का प्रबल योग।
उपाय- मिट्टी के पात्र में श्रद्धानुसार शहद भरकर मंदिर में रखकर आ जाएं या वीराने में दबा दें।