मैं अपने पाँच टिकट दे सकता हूँ-धोनी
मजबूरी में पुलिस करती है लाठीचार्ज
भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को नागपुर के उन क्रिकेटप्रेमियों से सहानूभुति है जिन पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। बेंगलुरू के बाद यह दूसरा मामला है जब टिकट के लिए लाइन में लगे क्रिकेटप्रेमियों को पुलिसिया लाठीचार्ज से दो-चार होना पड़ा है।भारतीय कप्तान से आज यहाँ जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में नागपुर में हुए इस लाठीचार्ज के बारे में पूछा गया तो उन्होंने सहानुभूति व्यक्त करते हुए पुलिस का भी थोड़ा बचाव किया। धोनी ने कहा कि पुलिस ऐसा कदम तभी उठाती है जब उसे जरूरत महसूस होती है। धोनी ने कहा 'भगदड़ जैसी स्थिति को रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करने पर मजबूर होना पड़ता है। इसलिए पुलिस को गलत नजर के साथ दिखाना ठीक नहीं है। लेकिन ऐसी स्थिति में हर किसी को खराब लगता है जब प्रशंसकों को पीटा जाता है।'यह पूछने पर कि आम दर्शकों के लिए टिकटों की कमी के कारण इस तरह की मारामारी मच रही है। धोनी ने हल्के फुल्के अंदाज में कहा कि मेरे पास पाँच टिकट हैं जो मैं दे सकता हूँ लेकिन इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकता। अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस का समय सुबह पौने दस से शाम साढ़े चार किए जाने के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा हमने परसों ही आयरलैंड के खिलाफ मैच खेला था और हमारा कल का दिन सफर में गुजरा था। हमने आईसीसी को सूचित कर दिया था कि सुबह कॉन्फ्रेंस कराना या अभ्यास करना संभव नहीं हो पाएगा। हमने कॉन्फ्रेंस रद्द नहीं की थी बल्कि कुछ घंटों के लिए स्थगित की थी और अपना अभ्यास शाम को करने का फैसला किया था। (वार्ता)