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Written By भाषा
Last Modified: मुंबई , गुरुवार, 17 मार्च 2011 (15:34 IST)

जीत की लय कायम रखना चाहेंगे श्रीलंका, न्यूजीलैंड

जीत की लय कायम रखना चाहेंगे श्रीलंका, न्यूजीलैंड -
क्वार्टर फाइनल में जगह बना चुके श्रीलंका और न्यूजीलैंड कल विश्वकप ग्रुप ए के अपने आखिरी लीग मुकाबले में भिड़ेंगे तो उनका लक्ष्य ॉकआउट चरण से पहले जीत की लय कायम रखने का होगा।

न्यूजीलैंड ग्रुप में फिलहाल दूसरे स्थान पर है जबकि गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया शीर्ष पर है। श्रीलंका सात अंक लेकर तीसरे स्थान पर है और इस जीत से उसे दूसरे स्थान पर आने का मौका मिलेगा।

ग्रुप ए का आखिरी मुकाबला आस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच 19 मार्च को खेला जाना है जिससे ग्रुप के समीकरण तय होंगे कि नाकआउट में किस टीम से किसका सामना होना है।

आईसीसी रैंकिंग में सातवें स्थान पर काबिज न्यूजीलैंड वानखेड़े स्टेडियम पर चौथी रैंकिंग वाली श्रीलंकाई टीम से भिड़ेगी तो कप्तान डेनियल विटोरी और तेज गेंदबाज काइल मिल्स टीम में नहीं होंगे। दोनों चोटिल हैं और क्वार्टर फाइनल में ही वापसी करेंगे।

न्यूजीलैंड के उपकप्तान रास टेलर ने कहा, ‘हम क्वार्टर फाइनल में मिल्स और डेनियल को फिट देखना चाहता है। अब वे ठीक हैं लेकिन मैच फिट नहीं है।’ विटोरी की गैर मौजूदगी में टेलर फिर टीम की अगुवाई करेंगे।

श्रीलंकाई बल्लेबाज महेला जयवर्धने ने स्वीकार किया कि उनकी टीम को विटोरी और मिल्स के नहीं खेलने का फायदा होगा लेकिन चेताया कि कीवी टीम नयी रणनीति के साथ उतर सकती है।

उन्होंने कहा, 'ये दोनों उनके सबसे अनुभवी गेंदबाज हैं लेकिन उनकी गैर मौजूदगी में भी हम न्यूजीलैंड को हलके में नहीं ले सकते।’ न्यूजीलैंड ने मिल्स की जगह डेरिल टफी को बुलाया है जो कल पहुँचेंगे। वह हालाँकि तब तक नहीं खेल सकते जब तक मिल्स को टूर्नामेंट से बाहर नहीं होना पड़े।

टेलर के अनुसार कीवी टीम बाएँ हाथ के स्पिनर ल्यूक वुडकाक के साथ उतर सकती है। न्यूजीलैंड टीम ने पिछले साल लगातार दस वनडे मैच हारे और विश्वकप से पहले पाकिस्तान के खिलाफ पाँच में से तीन मैच गँवाए।

विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया के हाथों दूसरे मैच में मिली हार के अलावा कीवी टीम ने चारों मैच जीते और पाकिस्तान जैसी खतरनाक टीम को आठ मार्च को पाल्लेकल में 110 रन से हराया।

उस मैच में टेलर ने आक्रामक पारी खेलते हुए नाबाद 131 रन बनाए जबकि कनाडा के खिलाफ पिछले मैच में 44 गेंद में 74 रन का योगदान दिया। ब्रेंडन मैकुलम ने भी कनाडा के खिलाफ 101 रन बनाए।

दूसरी ओर इससे पहले के मैच अपनी धरती पर खेलने वाली श्रीलंकाई टीम भी आत्मविश्वास से ओतप्रोत है। सलामी बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान और उपुल थरंगा ने जिम्बाब्वे के खिलाफ शतक जमाए और 139 रन से टीम को जीत दिलाई। दिलशान ने ऑफ स्पिन गेंदबाजी से चार विकेट भी चटकाए।

श्रीलंका के पास शानदार गेंदबाजी आक्रमण भी है। लसिथ मलिंगा जबर्दस्त फार्म में हैं जबकि आखिरी विश्वकप खेल रहे महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन भी मैच का पासा पलट सकते हैं। (भाषा)