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जंगल से मैदान तक दिखेगी बहादुरी

रायपुर| Naidunia| Last Modified बुधवार, 8 फ़रवरी 2012 (15:41 IST)
नक्सलियों का आतंक, नक्सलवाद का बढ़ता दायरा, हाईटेक अपराध का बढ़ता ग्राफ और दबाव के बीच कार्य करना यहांॅ के पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इन चुनौतियों पर खरा उतरना और समाज को भयमुक्त बनाने के लिए 79 उपनिरीक्षकों ने मंगलवार को चंद्रखुरी में दृढ़ संकल्प लिया। वक्त था बुनियादी प्रशिक्षण का अंतिम सत्र दीक्षांत परेड समारोह का। जिनके साक्षी गृहमंत्री ननकीराम कवंर, डीजीपी अनिल नवानी सहित पुलिस के आला अधिकारी, नए उपनिरीक्षकों के परिजन व विभागीय साथीगण बने। दीक्षांत परेड में उनका उत्साह देखकर लगा कि अब जंगल से लेकर मैदानी इलाके तक अदम्य साहस, वीरता और सूझबूझ का जौहर दिखाने के लिए वे पूरी तरह तैयार हैं। जल्द ही उनकी नियुक्ति राज्य के विभिन्न जिलों होगी।


छत्तीसगढ़ पुलिस अकादमी चंद्रखुरी में सुबह 9 बजे कार्यक्रम की शुरुआत हुई। परेड सलामी के बाद मुख्य अतिथि गृहमंत्री श्री कंवर ने परेड का निरीक्षण किया। इसके बाद अकादमी के संचालक ने प्रशिक्षार्थियों को शपथ दिलाया। सुबह 9.20 बजे परेड मार्च पास्ट हुआ। शानदार मार्चपास्ट ने सबका दिल जीत लिया।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री कंवर ने कहा कि यह सभी के लिए खुशी का अवसर है। जब माटी के लाल समाज को भय, आतंक और अपराध मुक्त राज्य निर्माण के लिए विभिन्न जिलों में जाने को तैयार हैं। उन्होंने नक्सलवाद को सबसे बड़ा चुनौती बताया। उन्होंने जंगल से लेकर मैदान इलाके में बेहतर ड्यूटी निभाकर लोगों का अधिक विश्वनीय होने की बात कही।

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