राजधानी से करोड़ों रुपए ठगने वाले यूनीपेटूयू ऑन लाइन गोल्ड मार्केटिंग कंपनी ने एक पूर्व आईएएस को भी साढ़े बारह लाख रूपए की चपत लगाई है। एसआईसी की जांच इसका खुलासा हुआ है। इसके साथ ही कंपनी के एक और डायरेक्टर का नाम सामने आया। शिवगंगा, तमिलनाडू निवासी कंपनी के डायरेक्टर सेल्ला थुरई भास्कर (32) के खिलाफ अदालत से अनलिमिटेड अरेस्ट वांरट जारी किया गया। कंपनी ने रायपुर से करीब 15 करोड़ रूपए की ठगी की है। फिलहाल साढ़े चार करोड़ रूपए का हिसाब-किताब सेल को मिले हैं।
एएसपी आईएच खान ने बताया कि कंपनी के दो फरार डायरेक्टर मलेशिया निवासी मुंगधम गंगम और चेन्नाई के रामकृष्ण मूर्ति को दबोचने के लिए पिछले दिनों ही अदालत से अनलिमिटेड अरेस्ट वारंट जारी कराया जा चुका है। चैन्नई कार्यालय से कंपनी के तीसरे डायरेक्टर सेल्ला थुरई भास्कर पिता सेल्ला थुरई सन्दा नतेश्वर का नाम सामने आने पर उसका भी गिरफ्तारी वारंट जेएमएफसी दीपा कटारे की अदालत से जारी कराया गया। वारंट को पुलिस मुख्यालय स्थित सीआईडी शाखा के माध्यम से सीबीआई दिल्ली को भेजा जाएगा। सीबीआई वहांॅ से इंटरपोल को वारंट भेजेगी। इसके बाद इंटरपोल तीनों डायरेक्टरों को गिरफ्तार करने के लिए रेड कार्नर नोटिस जारी करेगा। पिछले महिने कंपनी के जनरल मैनेजर टी.सुदर्शन को प्रोटक्शन वारंट पर शिवसागर, असम जेल से राजधानी लाया गया था। वह सेंट्रल जेल में बंद है। एएसपी ने बताया कि जांच में पता चला कि सेवानिवृत्त आईएएस बीपीएस नेताम ने स्वयं समेत परिवार के सात सदस्यों के नाम पर कंपनी में साढ़े बारह लाख रूपए निवेश किया था। इसके आलावा थानूराम पुरैना ने 1 लाख 51 हजार, टिकेश्वर सोनकर ने 1 लाख 81 हजार, नेहरूलाल ने 2 लाख 31 हजार, पूलूराम साहू ने 1 लाख 51 हजार, दीवाकर पंडा ने 1 लाख 51 हजार, रोशनलाल सोनकर ने 30 हजार, मिथलेश कुमार ने 50 हजार रूपए जमा किया था। कंपनी के गायब होने से सभी के पैसे डूब गए है। कंपनी के बेंगलुरू में चार बैंक में खाते हैं।