रविवार, 17 नवंबर 2024
Choose your language
हिन्दी
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
Follow us
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
काम की बात
ऑटो मोबाइल
क्राइम
फैक्ट चेक
व्यापार
मोबाइल मेनिया
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
वेब स्टोरी
मूवी रिव्यू
आलेख
पर्यटन
खुल जा सिम सिम
आने वाली फिल्म
बॉलीवुड फोकस
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
विधानसभा चुनाव
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
श्रीरामचरितमानस
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
रेसिपी
नन्ही दुनिया
साहित्य
रोमांस
NRI
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
राशियां
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
पत्रिका मिलान
जन्मकुंडली
रामशलाका
चौघड़िया
आलेख
नवग्रह
रत्न विज्ञान
क्रिकेट
अन्य खेल
स्कोरकार्ड
शेड्यूल
श्रीरामचरितमानस
धर्म संग्रह
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
काम की बात
ऑटो मोबाइल
क्राइम
फैक्ट चेक
व्यापार
मोबाइल मेनिया
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
वेब स्टोरी
मूवी रिव्यू
आलेख
पर्यटन
खुल जा सिम सिम
आने वाली फिल्म
बॉलीवुड फोकस
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
विधानसभा चुनाव
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
श्रीरामचरितमानस
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
रेसिपी
नन्ही दुनिया
साहित्य
रोमांस
NRI
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
राशियां
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
पत्रिका मिलान
जन्मकुंडली
रामशलाका
चौघड़िया
आलेख
नवग्रह
रत्न विज्ञान
क्रिकेट
अन्य खेल
स्कोरकार्ड
शेड्यूल
श्रीरामचरितमानस
×
Close
लाइफ स्टाइल
»
उर्दू साहित्य
»
नई शायरी
Written By
WD
Last Updated :
बुधवार, 9 जुलाई 2014 (19:56 IST)
गजल : जाकिर उस्मानी
घर की चिंता करते हैं दफ्तर में भी संसारी लोग।
बात के कितने हलके हैं ये पत्थर से भी भारी लोग॥
एक अभागिन सोच रही है, तन्हाई के मंदिर में।
लूट ले जो नारी की इज्जत कैसे हैं वह पुजारी लोग॥
सोने में जो पीतल बेचें, दूध में पानी शीतल तक।
या अल्लाह ये मेरी दुनिया, और ऐसे ब्योपारी लोग॥
सारे समाज का खून पिये हैं, लाखों की हेराफेरी।
फिर भी भूखे-प्यासे लगे हैं, राज भ्रष्टाचारी लोग॥
भेद न न भाव जहाँ हो कोई, और न कोई वाद विवाद।
मन की ऐसी ही बस्ती में जागें बारी-बारी लोग॥
लोग हैं कुछ जो सींच रहे हैं अपने लहू से फुलवारी।
और कुछ हैं जो बेच रहे हैं, रंग भरी फुलवारी लोग॥
दो दिन के संसार में जाकिर क्या लेना क्या देना है।
रात कटे तो सुबह सवेरे चल देंगे बंजारी लोग॥
हमारे साथ WhatsApp पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
हमारे साथ Telegram पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
वेबदुनिया पर पढ़ें :
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
जरुर पढ़ें
अगर आप भी बच्चे के बढ़ते वज़न से हैं परेशान तो हो जाइये सावधान, इन बीमारियों का हो सकता है खतरा
Childhood Obesity : आजकल हर दिन बच्चों में मोटापा एक सामान्य समस्या बन गई है। कई माता-पिता इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उनके बच्चे अस्वस्थ हो रहे हैं और उनका वजन लगातार बढ़ रहा है। बच्चों में मोटापे का बढ़ना न केवल उनके शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि उनके मानसिक और सामाजिक विकास पर भी प्रभाव डालता है। इस लेख में हम जानेंगे कि बच्चों में मोटापे के क्या कारण हैं, इसके संभावित नुकसान क्या हो सकते हैं, और इससे बचाव के आसान तरीके।
क्या आपका बच्चा भी हो रहा है चिड़चिड़ेपन का शिकार तो बच्चे के शरीर में हो सकती है ये कमी
Vitamin B12 Deficiency in Children: विटामिन B12 'बी' विटामिन की श्रेणी के अंतर्गत आता है। यह एक जरूरी विटामिन है जो विटामिन B12 ब्लड सेल्स और न्यूरोलॉजिकल हेल्थ को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह भ्रूण के तंत्रिका तंत्र और मस्तिष्क के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है।
क्या शिशु को रोजाना नहलाना सही है? जानें रोज नहाने से शिशु की हेल्थ पर क्या पड़ता है असर
नन्हे-मुन्ने बच्चों की देखभाल एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। उनके शरीर और त्वचा की नाजुकता को देखते हुए, यह सवाल उठता है कि क्या शिशु को रोजाना नहलाना सही है? बच्चों के एक्सपर्ट इस मुद्दे पर विभिन्न राय रखते हैं, इसलिए इसे समझना जरूरी है।
प्रेग्नेंसी में जंक फूड खाना हो सकता है जोखिम भरा, जानिए हेल्दी स्नैकिंग के 7 आसान टिप्स
Healthy pregnancy diet tips: प्रेग्नेंसी का समय महिलाओं के लिए बहुत ही खास होता है, और इस दौरान खानपान का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। कुछ महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान जंक फूड की तरफ आकर्षित हो जाती हैं, लेकिन इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि प्रेग्नेंसी के दौरान जंक फूड से कैसे बचें और हेल्दी स्नैकिंग के कौन-कौन से विकल्प अपनाए जा सकते हैं।
बालों में चाहिए सैलून जैसी नमी? अपनाएं ये घरेलू नुस्खा
चमकदार और मजबूत बालों के लिए घर पर इस तरह बनाएं डीप कंडीशनिंग मास्क
वीडियो
और भी वीडियो देखें
नवीनतम
सर्दियों में नाखूनों के रूखेपन से बचें, अपनाएं ये 6 आसान DIY टिप्स
Winter Nailcare Tips : सर्दियों में हमें, हमारी त्वचा के साथ-साथ नाखूनों की देखभाल करना भी जरूरी होता है। ठंडे मौसम में नाखून कमजोर हो सकते हैं, सूख सकते हैं और टूट सकते हैं। ऐसे में आप घर बैठे अपने नाखूनों को स्वस्थ, मजबूत और चमकदार बना सकती हैं।
क्या IVF ट्रीटमेंट में नॉर्मल डिलीवरी है संभव या C - सेक्शन ही है विकल्प
IVF delivery normal vs c-section : आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) के जरिए माता-पिता बनने का सपना देखने वाले जोड़ों के मन में अक्सर यह सवाल होता है कि इस प्रक्रिया के बाद नॉर्मल डिलीवरी संभव है या केवल सी-सेक्शन (C-Section) का ही विकल्प बचता है। यह सवाल महिलाओं के स्वास्थ्य और बच्चे की सुरक्षा से जुड़ा है, इसलिए इसे समझना बेहद जरूरी है।
कमर पर पेटीकोट के निशान से शुरू होकर कैंसर तक पहुंच सकती है यह समस्या, जानें कारण और बचाव का आसान तरीका
Skin Cancer : साड़ी भारतीय महिलाओं की सबसे सुंदर और पारंपरिक पोशाक है। यह न केवल हमारी संस्कृति का प्रतीक है, बल्कि महिलाओं की गरिमा और सुंदरता को भी बढ़ाता है। हालांकि, साड़ी पहनने का गलत तरीका कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है, जिनमें से एक है पेटीकोट कैंसर।
3 से 4 महीने के बच्चे में ये विकास हैं ज़रूरी, इनकी कमी से हो सकती हैं समस्याएं
3 to 4-month-old baby growth: 3 से 4 महीने के बच्चे में विकास के कुछ खास मीलस्टोन होते हैं, जो उनकी सेहत और भविष्य के लिए ज़रूरी हैं। शिशु में रोज नए परिवर्तन देखने को मिलते हैं। 3 से 4 महीने के बच्चे में कुछ ऐसे विकास के लक्षण हैं जो उनकी ग्रोथ को सुनिश्चित करते हैं। ऐसा न होने पर माता-पिता को सतर्क होने की ज़रुरत होती है और चिकित्सकीय सलाह की आवश्यकता होती है। आज इस आलेख में जानिए कि शिशु में अच्छी ग्रोथ के लिए किन संकेतों पर ध्यान देना चाहिए और अगर विकास में देरी हो रही है तो क्या करें।
क्या सच में खड़े होकर पानी पीने से खराब हो जाते हैं घुटने? जानिए सच्चाई
खड़े होकर पानी पीने से जुड़ी धारणा भारत में यह धारणा है कि खड़े होकर पानी पीना घुटनों और पाचन तंत्र के लिए हानिकारक हो सकता है। माना जाता है कि इस स्थिति में शरीर पर दबाव पड़ता है और घुटनों पर अतिरिक्त भार पड़ता है। आज इस आलेख में हम इसी विषय के बारे में आपको जानकारी दे रहे हैं। आइये जानते हैं कि इस बात में कितनी सच्चाई है और पानी पीने का सही तरीका क्या है।