एक मॉल में वोडाफोन एस्सार के प्रचार कार्यक्रम के लिए पहुँचे हैमिल्टन ने स्थानीय खिलाड़ियों के साथ क्रिकेट में भी हाथ आजमाए और प्रशंसकों की वाहवाही बटोरी। इस दौरान वे पसीने से तरबतर दिखे और उन्होंने कहा कि मैं पिछले साल मुंबई भी आया था और यहाँ काफी गर्मी होती है।
उन्होंने कहा कि यहाँ का मौसम मलेशिया की तरह है, जहाँ रेस के दैरान मेरा वजन चार किलो कम हो गया। उम्मीद करता हूँ कि भारत में ग्रांप्री रेस सर्दियों में कराई जाएगी। हैमिल्टन ने कहा कि गर्मी और उमस के बीच रेस करना एक चुनौती है लेकिन उन्होंने कहा कि प्रशंसकों की भारी संख्या के कारण भारत ग्रांप्री के आयोजन का हकदार है।
ब्रिटेन के इस 24 वर्षीय ड्राइवर ने कहा कि एक रेस के बाद चार किलो तक वजन कम हो जाता है क्योंकि रेस के दौरान गाड़ी के अंदर तापमान 45 से 50 डिग्री तक पहुँच जाता है।
मलेशिया ग्रांप्री में काफी गर्मी के बीच मेरा वजन चार किलो कम हुआ लेकिन हंगरी के पिछली रेस में सिर्फ डेढ़ किलो वजन कम हुआ। उमस यहाँ एक मुद्दा है और यह ड्राइवरों के लिए काफी बड़ी चुनौती है।