कैसा यह एहसास
प्यार का एहसास
मोनू कैसा यह एहसास हैजो दिल को देता है एक आवाज, और कहता है कहाँ हो तुम जान मेरी, जानेमन, कहाँ होबहुत याद आ रही हो बहुत सता रही होयही है वह प्यार का एहसास जहाँ दिल से निकलती है एक आहट, एक तड़फ और कहती है पुकारती है दिल को देती रहती है आवाज आखिर जान, कहाँ हो, पास तो आओतुम्हें देखने को, तरस रहा है मेरा मन... ऐ मेरे मन के हमसफर आ जाओ मुझसे मिलने क्योंकि दे रहा हैआवाज मेरा दिल, तुम्हारे दिल को पुकार रहा है तुम्हें...!कैसा है यह एहसासजो दिल को बुला रहा है...