शनिश्चरी अमावस्या पर 14 जुलाई को उज्जैन में हजारों लोगों ने त्रिवेणी संगम पर पहुँचकर शिप्रा में डुबकी लगाई। दिनभर स्नान का सिलसिला चलता रहा।
अनुमान के मुताबिक 1 लाख श्रद्धालु स्नान हेतु संगम पर पहुँचे और शनि मंदिर के दर्शन किए। शनिश्चरी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान का विशेष पुण्य प्राप्त होता है।
शिप्रा के अतिरिक्त नर्मदा नदी के पवित्र तटों पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पुण्य स्नान करने के लिए एकत्रित हुई।