Last Modified: मुंबई ,
मंगलवार, 8 नवंबर 2011 (00:52 IST)
टीम अन्ना बेमतलब श्रेय न ले-ठाकरे
शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने प्रसिद्ध समाज सेवी अन्ना हजारे की टीम को केंद्र सरकार के खिलाफ विभिन्न मुद्दों पर कथितरूप से मिली विजय को बिना मतलब श्रेय नहीं लेने की सलाह दी है।
ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' के अपने संपादकीय में कहा है टीम अन्ना हरियाणा के हिसार में हुए उप चुनाव में कांग्रेस की भारी शिस्त का श्रेय खुद ले रही है। उन्होंने कहा कि हिसार में कांग्रेस पहले के चुनाव में भी तीसरे स्थान पर थी और इस उपचुनाव में भी वह तीसरे स्थान पर ही रही।
उन्होंने कहा कि सही मायने में कांग्रेस की हार पुणे में विधान सभा के उपचुनाव में हुई है। यहां पर शिवसेना-भाजपा के उम्मीदवार ने कांग्रेस-राकांपा के उम्मीदवार को हराया, जबकि यहां अन्ना की टीम ने उनके खिलाफ प्रचार भी नहीं किया था।
ठाकरे ने कहा कि देश की जनता मंहगाई से त्रस्त है और ऐसे में केंद्र सरकार ने पेट्रोल का दाम बढ़ाकर नमक छिड़क दिया है, लिहाजा जनता ने कांग्रेस को हराने का निश्चय कर लिया है। कांग्रेस की सहयोगी तृणमूल कांग्रेस और डीएमके भी कांग्रेस से खुश नहीं हैं और कभी भी अपना समर्थन वापस ले सकते हैं और ऐसे में केंद्र सरकार गिर सकती है।
उन्होंने कहा कि अन्ना अपने टीम के दागी सदस्यों अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी और मनीष सिसोदिया का समर्थन और बचाव कर रहे हैं, जबकि उनकी ही टीम के सदस्य प्रशांत भूषण ने राष्ट्रद्रोही बयान दिया है और इसके लिए खेद भी नहीं जताया गया।
उन्होंने कहा कि हजारे की रणनीति भी संदेह पैदा करने वाली होती है। हजारे एक ही समय में कभी गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का गुणगान करते हैं तो कभी प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तारीफ करते हैं। (वार्ता)