बैडमिंटन की नई सनसनी साइना
बीजिंग ओलिम्पिक में साइना नेहवाल से पदक की काफी उम्मीदें थी लेकिन कड़े संघर्ष के बाद भी वे इंडोनेशिया की साइना क्रिस्टिना को परास्त करने में नाकाम रहीं। साइना ने अपने बैडमिंटन करियर में दो बड़े मुकाम हासिल किए हैं। 17 मार्च 1990 को जन्मीं भारत की टेनिस सनसनी साइना नेहवाल ने 2006 की फिलिपींस ओपन जीतकर फोर स्टार बैडमिंटन स्पर्धा जीतने वाली पहली भारतीय महिला होने का गौरव हासिल किया और ओलिम्पिक के बैडमिंटन मुकाबलों में अंतिम आठ में पहुँचने वाली वे पहली भारतीय खिलाड़ी हैं। पुलेला गोपीचंद की हैदराबाद स्थित बैडमिंटन अकादमी से साइना ने अपने खेल हुनर को निखारा है। शुरुआत में उन्हें द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त एसएम आरिफ भी बेहतर खेल के गुर सिखा चुके हैं। विशेषज्ञ भी मानते हैं कि साइना में प्रतिद्वंद्वी पर हावी होने की गजब की क्षमता है। राष्ट्रीय महिला वर्ग के एकल मुकाबले में साइना दो बार उपविजेता का पदक अपने नाम कर चुकी हैं। दोनों मौकों पर फाइनल में अपर्णा पोपट ने ही उन्होंने शिकस्त दी। हालाँकि अंडर-19 महिला वर्ग की एकल स्पर्धा में उनका जलवा बरकरार रहा। साइना दो बार एशियन सेटेलाइट बैडमिंटन टूर्नामेंट में भी अपनी कामयाबी के झंडे गाड़ चुकी हैं। 2006
की विश्व जूनियर बैडमिंटन प्रतियोगिता में जब साइना चीन की वैंग यीहान से 13-21, 9-21 से हार गईं, तो यीहान के शब्द थे-साइना मुझसे भी ज्यादा बेहतर खिलाड़ी हैं। उन्होंने हाल ही में विश्व की नंबर एक और सीनियर खिलाड़ी झी झींग फैंग को भी मात दी है। गौरतलब है कि लंदन के चैंपियन्स ट्रस्ट ने भी साइना के साथ एक समझौता किया था। यह लक्ष्मीनिवास मित्तल द्वारा स्थापित संस्था है, जो साइना को अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बने देखना चाहते हैं। रिकॉर्ड में के आईने में साइना * 2003 में चेकोस्लोवाकिया में जूनियर ओपन टूर्नामेंट जीता।* 2004 में बेडिगो (ऑस्ट्रेलिया) में आयोजित दूसरे कॉमनवेल्थ खेलों में रजत पदक पर कब्जा।* कनाडा में 2004 में हुए जूनियर विश्व कप में प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।* एशियन सेटेलाइट बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब अपनी झोली में डाला। * विश्व जूनियर बैडमिंटन चैंपियन्स में फाइनल तक पहुँचने में कामयाब।*कॉमवेल्थ खेलों में मिश्रित समूह स्पर्धा के सेमीफाइनल में उच्च वरियता प्राप्त ट्रेसी हालम को हराया।* मलेशिया की जूलिया झिएन पी वाँग और कई अन्य उच्च वरीयता प्राप्त खिलाड़ियों को हराकर फिलिपींस ओपन स्पर्धा जीती। * इंडियन इंटरनेशनल सेटेलाइट बैडमिंटन चैंपियनशिप की विजेता।*जनवरी 2007 में पटना में आयोजित राष्ट्रीय बैडमिंटन (अंडर-19) चैंपियनशिप जीती। इसी साल मार्च में गुवाहाटी में हुई स्पर्धा में स्वर्ण पदक प्राप्त 33वीं राष्ट्रीय खिलाड़ी बनीं।