Last Modified: नई दिल्ली ,
मंगलवार, 12 अप्रैल 2011 (19:13 IST)
भगतसिंह की जाति के उल्लेख पर विवाद
कांग्रेस के मुखपत्र ‘कांग्रेस संदेश’ के नए अंक में स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगतसिंह और राजगुरु की जाति का उल्लेख किए जाने की तीखी आलोचना करते हुए भाजपा ने सोनिया गाँदी की अध्यक्षता वाली पार्टी से देशवासियों से माफी माँगने को कहा है। कांग्रेस ने हालाँकि इसे खास महत्व नहीं देते हुए कहा कि इसका अलग अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए क्योंकि यह जीवनी वृत्तांत का हिस्सा है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि यह राष्ट्र के नायकों का अपमान है और ऐसा पहली बार नहीं है जब कांग्रेस और उसकी सरकार ने राष्ट्र के महानायकों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि विभिन्न पुस्तकों के प्रकाशनों के जरिए कांग्रेस पहले भी कई बार ऐसा करती आई है, लेकिन अब वह सारी सीमाएँ लाँघ गई है। कांग्रेस पार्टी को इसके लिए देश से माफी माँगनी चाहिए। ‘कांग्रेस संदेश’ के मार्च अंक में भगतसिंह का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि वे ‘जाट सिख परिवार में जन्मे’ और राजगुरु के संबंध में कहा गया कि वे ‘देशस्थ ब्राह्मण समुदाय से थे’। यह विवाद उठने पर कांग्रेस संदेश पत्रिका के संपादक अनिल शास्त्री ने कहा कि इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है।
शास्त्री ने कहा कि आवश्यक होने पर इस तरह की जानकारियाँ दी जाती हैं और इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। स्कूल और कॉलेज में जब हमें इतिहास पढ़ाया जाता है और जब महात्मा गाँधी का उल्लेख होता है, तो यह उल्लेख किया जाता है कि वे गुजराती बनिया परिवार में जन्मे थे। भाजपा बिना बात का मुद्दा बना रही है।
उन्होंने भाजपा पर विध्वंसक नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वैसे भी भाजपा को स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि यह पार्टी या इसका कोई भी नेता नेता देश की आज़ादी की लड़ाई में शामिल नहीं हुआ। शास्त्री ने आरोप लगाया कि भाजपा स्वयं जाति और धर्म के नाम पर समाज को बाँटने का काम करती आई है। (भाषा)