भाषा, गणित और पर्यावरण की कसौटी पर विद्यार्थी
प्रदेश में पाँचवीं कक्षा के बच्चों की भाषा, गणित और पर्यावरण की समझ का अध्ययन किया जाएगा। यह अध्ययन दिल्ली की एनसीईआरटी की टीम करेगी। इसकी शुरुआत फरवरी-2010 में की जाएगी।नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) सभी राज्यों में पाँचवीं कक्षा के बच्चों का भाषा, गणित और पर्यावरण विषय पर शिक्षा स्तर जानने के लिए यह अध्ययन कर रही है। यह कवायद टर्मिनल अचीवमेंट योजना के तहत है। इसके लिए एनसीईआरटी ने राज्य सरकार को तैयारी करने के निर्देश जारी किए हैं। इधर, राज्य शिक्षा केंद्र ने सभी जिलों को पाँचवीं कक्षा के बच्चों का भाषा, पर्यावरण और गणित विषय पर शिक्षा स्तर सुधारने के निर्देश दिए हैं। एनसीईआरटी की टीम फरवरी-2010 में भोपाल आएगी और करीब एक महीने विभिन्न जिलों में अध्ययन करेगी। इस दौरान पाँचवीं कक्षा के बच्चों का उक्त तीनों विषयों में शिक्षा स्तर विभिन्न मापदंडों पर जाँचा जाएगा। क्यों होगा सर्वेक्षण : एनसीईआरटी हर साल पहली से आठवीं कक्षा तक विद्यार्थियों का शिक्षा स्तर जाँचती है। इसके लिए सभी राज्यों में अध्ययन किया जाता है। इसके बाद राज्यों की स्थिति पर रिपोर्ट पेश की जाती है। केंद्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन और उसके फायदे भी इस अध्ययन में जाँचे जाते हैं। बीते अध्ययन में मप्र की स्थिति गणित, विज्ञान और अँगरेजी को लेकर अच्छी नहीं पाई गई थी। इसके अलावा केंद्रीय योजनाओं के अनुदान पर भी एनसीईआरटी के अध्ययन का असर होता है।