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Written By भाषा
Last Modified: नई दिल्ली , रविवार, 10 अप्रैल 2011 (20:40 IST)

मलिंगा को पढ़ने में नाकाम रहे बल्लेबाज : सहवाग

आईपीएल
दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने रविवार को यहाँ मुंबई इंडियन्स से आठ विकेट की करारी हार झेलने के बाद स्वीकार किया कि उनके बल्लेबाज लेसिथ मलिंगा की गेंदों को समझने में नाकाम रहे।

मलिंगा ने 13 रन देकर पाँच विकेट लिए जिससे दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम 95 रन पर ढेर हो गई।

सहवाग ने आईपीएल मैच के बाद संवाददाताओं से कहा कि मैंने टीम बैठक में भी अपने खिलाड़ियों से मलिंगा की गेंदबाजी को लेकर बात की थी और बताया था कि उन्हें किस तरह से खेला जा सकता हैं लेकिन वे उसे समझने में नाकाम रहे। अपने बल्लेबाजों को मलिंगा के कहर से बचाने के लिए सहवाग ने बीच में उनका एक ओवर मेडन भी खेला जो उनके अनुसार रणनीति का हिस्सा था।

उन्होंने कहा कि मैं पहले भी उसका सामना कर चुका हूँ जबकि हमारे बाकी बल्लेबाज पहली बार उसे खेल रहे थे। किसी भी नए बल्लेबाज के लिए मलिंगा की यार्कर और धीमी गेंद का सामना करना आसान नहीं होता है और इसलिए मैं उसे अधिक से अधिक खेलना चाहता था।

सहवाग ने इसके साथ ही कहा कि यदि उनकी टीम ने 130 का स्कोर बनाया होता तो वह इस पिच चुनौतीपूर्ण होता। उन्होंने कहा कि यदि हमने 120 या 130 का स्कोर भी बनाया होता तो उसका बचाव करने की कोशिश करते। आप 96 रन के लक्ष्य का बचाव नहीं कर सकते। हमारे गेंदबाजों और क्षेत्ररक्षकों ने अच्छा खेल दिखाया।

डेयरडेविल्स के कप्तान ने इसके साथ ही स्वीकार किया कि टीम को एक विश्वस्तरीय स्पिनर की कमी खलती रही है। उन्होंने कहा कि हाँ, मुझे लगता है कि हमारे पास विश्वस्तरीय स्पिनर नहीं है लेकिन उम्मीद है रीलोफ वान डर मर्व आगामी मैचों में इसकी कमी पूरी करेगा और हमारे भारतीय स्पिनर भी बेहतर काम करेंगे।

सहवाग ने यह बात मानने से इन्कार कर दिया कि उनके मध्यक्रम में अनुभवी बल्लेबाजों की कमी है। उन्होंने कहा कि हमारे पास एरोन फिंच, उन्मुक्त चंद, नमन ओझा जैसे युवा और प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं। ट्वेंटी-20 में अनुभव बहुत अधिक महत्व नहीं रखता।

सहवाग से जब पूछा गया कि क्या विश्वकप की तरह आईपीएल में भी रेफरल प्रणाली शुरू की जानी चाहिए? उन्होंने कहा कि इसके लिए समय नहीं है। पहले ही हम पर सही समय पर ओवर पूरे करने का दबाव है। ऐसा नहीं करने पर भारी जुर्माना भरना पड़ेगा इसलिए मुझे लगता है कि आईपीएल बिना डीआरएस के ही ठीक है। इससे खास फर्क नहीं पड़ेगा। (भाषा)