डीडीसीए के खिलाफ कार्रवाई की माँग
भारत और श्रीलंका के बीच पाँचवें और आखिरी एक दिवसीय क्रिकेट मैच की पिच की हालत से स्तब्ध पूर्व क्रिकेटरों ने दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की। पूर्व भारतीय क्रिकेटरों ने कहा कि डीडीसीए को पिच प्रकरण के लिए सजा मिलनी ही चाहिए।पूर्व स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने कहा कि डीडीसीए ने पिच को बर्बाद कर दिया है। उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। मुझे हैरानी है कि जो पिच रणजी मैच के लिये भी इस्तेमाल नहीं की गई, उसे वनडे के लिए कैसे प्रयोग में लिया गया? उन्होंने कहा कि डीडीसीए के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए लेकिन यह बीसीसीआई का काम है। पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने बीसीसीआई की पिच समिति को मामले के लिए दोषी ठहराते हुए क्रिकेट बोर्ड से त्वरित कार्रवाई की माँग की। उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के लिए इस तरह की पिच बनाई गई। बीसीसीआई की पिच समिति इसके लिए जिम्मेदार है और उसे कई सवालों के जवाब देने होंगे। बीसीसीआई को त्वरित कार्रवाई करनी होगी जो जरूरी है। उन्होंने कहा कि गेंद इस कदर उछल रही थी जो क्रिकेट के लिये अच्छा नहीं है। डीडीसीए को दर्शकों को सारा पैसा वापस करना चाहिए। भारत के पूर्व बल्लेबाज अब्बास अली बेग का मानना है कि इस प्रकरण के बाद अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी को लेकर दिल्ली का भविष्य खतरे में है। उन्होंने कहा कि यह काफी दुखद और निराशाजनक है। डीडीसीए को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि पिच अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी के लायक हो। अंतरराष्ट्रीय मैचों के मेजबान के रूप में दिल्ली का दर्जा खतरे में है। ऐसी पिच बनाने के लिए कोई बहाना नहीं हो सकता।पूर्व हरफनमौला मदन लाल का मानना है कि पिच प्रकरण से भारत की 3-1 से जीत के रंग में भंग पड़ गया। उन्होंने कहा यह बहुत गंभीर मसला है और इससे भारत की जीत का सारा जश्न फीका पड़ गया। पूर्व विकेटकीपर किरण मोरे ने कहा कि इस वाक्ये से देश का नाम खराब हुआ है। उन्होंने कहा कि डीडीसीए के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है। क्यूरेटरों से सफाई माँगी जानी चाहिए। इससे भारत का नाम खराब हुआ है। बीसीसीआई की पिच समिति के प्रमुख वेंकट सुंदरम ने कहा कि डीडीसीए वनडे आयोजित करने से पहले बीसीसीआई को इस पिच पर कुछ मैचों का आयोजन करना चाहिए था।भारत के पूर्व बल्लेबाज अजय जडेजा ने कहा कि पिच इतनी खराब नहीं थी कि मैच रद्द करना पड़े। उन्होंने कहा कि मैं थोड़ा हैरान हूँ कि मैच रद्द कर दिया गया। मुझे नहीं लगता कि पिच इतनी खराब थी कि मैच रद्द करना पड़े। उन्होंने कहा कि पाँच ओवर में ही मैच रद्द करने का फैसला हो जाना चाहिए था, लेकिन 23 ओवर खेलने के बाद पिच को गलत ठहराना सही नहीं है। पूर्व टेस्ट बल्लेबाज चंदू बोर्डे ने हैरानी जताई कि पिच को आँकने के लिए उस पर कोई घरेलू मैच क्यों नहीं कराया गया। उन्होंने कहा कि खराब विकेट के कारण अंतरराष्ट्रीय मैच रद्द होना दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे विकेट काफी खतरनाक होते हैं। इन पर पहले घरेलू मैच कराने चाहिए थे ताकि कोई कमी हो तो उसे दुरूस्त किया जा सके। (भाषा)