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Written By भाषा
Last Modified: नई दिल्ली , शुक्रवार, 25 अप्रैल 2014 (20:01 IST)

आईसीसी में श्रीनिवासन को मिलेगी चुनौती

आईसीसी में श्रीनिवासन को मिलेगी चुनौती -
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नई दिल्ली। आईपीएल छह में भ्रष्टाचार के मामले में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को अदालत में घसीटने वाले क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) में एन श्रीनिवासन की भूमिका को चुनौती देने का फैसला किया है।

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार की कानूनी टीम की सदस्य नलिनी चिदंबरम ने खेल वेबसाइट क्रिकइंफो से कहा, हम श्रीनिवासन को आईसीसी में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व करने से रोकने की मांग करने जा रहे हैं। हम पहले ही इस मामले में न्यायालय से आग्रह कर चुके हैं।

उच्चतम न्यायालय 29 अप्रैल को इस मामले पर सुनवाई कर सकता है। इसी दिन आईपीएल छह में भ्रष्टाचार के मामले की अगली सुनवाई होनी है। श्रीनिवासन को पिछले साल नवंबर में आईसीसी में बीसीसीआई का प्रतिनिधि बनाया गया था लेकिन बोर्ड अध्यक्ष के पद से हटने के बाद अब उनकी नियुक्ति पर असर पड़ सकता है।

हालांकि उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है। उच्चतम न्यायालय के आदेश पर श्रीनिवासन को बीसीसीआई अध्यक्ष पद से हटना पड़ा था, लेकिन उनका कहना है कि वे आईसीसी में अपनी भूमिका निभाने के लिए स्वतंत्र हैं।

नलिनी चिदंबरम ने कहा, श्रीनिवासन का मामला ऐसा है, जैसे कोई व्यक्ति उच्च न्यायालय का जज बनने के लायक नहीं हो लेकिन उच्चतम न्यायालय का जज बनने पर अड़ा हो। न्यायालय ने जब श्रीनिवासन को बीसीसीआई अध्यक्ष पद से हटाने का आदेश दिया था, तब यह सवाल उठा था कि क्या वे आईसीसी में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।

हालांकि तब उच्चतम न्यायालय ने इस मामले पर कोई टिप्पणी करने से इनकार करते हुए इसे बोर्ड का अंदरुनी मामला बताया था। श्रीनिवासन ने गत दिनों दुबई में हुई आईसीसी की कार्यकारी बोर्ड की बैठक में हिस्सा लेकर अपने इरादे जाहिर कर दिए थे।

आईपीएल में भ्रष्टाचार की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित मुद्गल समिति ने अपनी रिपोर्ट के साथ ही एक बंद लिफाफा भी सौंपा था, जिसमें श्रीनिवासन सहित कुल 13 लोगों के नाम हैं। समिति ने कहा है कि इन लोगों की व्यापक जांच किए जाने की जरूरत है।

कोर्ट ने इन लोगों की जांच मुद्गल समिति से ही कराने का फैसला किया है। उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद आईसीसी में बतौर निदेशक श्रीनिवासन की मौजूदगी को चुनौती दी जा सकती है। हालांकि आईसीसी ने अभी तक इस मामले में चुप्पी साध रखी है। (वार्ता)