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Written By वार्ता
Last Modified: कराची (वार्ता) , रविवार, 3 जून 2007 (11:50 IST)

अभी जश्न नहीं मनाएँ : मियाँदाद

जावेद मियाँदाद पाकिस्तान क्रिकेट
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियाँदाद ने कहा है कि विश्र्व कप के रनरअप श्रीलंका के खिलाफ अबुधाबी में मिली जीत को देश की क्रिकेट टीम की बड़ी कामयाबी के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।

पाकिस्तान विश्र्व कप में बेहद खराब प्रदर्शन करते हुए ग्रुप चरण से ही बाहर हो गया था। लेकिन इसके बाद अबुधाबी में तीन एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों की श्रृंखला में उसने विश्व कप के रनरअप श्रीलंका को 2-1 से हरा दिया।

मियाँदाद ने कहा कि अबुधाबी में माहौल उत्सव जैसा था। इसके अलावा हमने अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम उतारी जबकि श्रीलंका के कई दिग्गज खिलाड़ी नदारद थे। जश्न तो विश्व कप, एशिया कप या किसी महत्वपूर्ण विदेशी श्रृंखला में जीत पर मनाया जाता है। अबुधाबी जैसी श्रृंखला को लेकर कोई खुशफहमी पालना नादानी होगी

मियाँदाद ने कहा कि हमें ऑस्ट्रेलिया से सीखना चाहिए। उसने 1999 से तीसरी बार विश्व कप जीता था, लेकिन उसका जश्न प्रधानमंत्री जॉन हावर्ड के साथ भोज के बाद ही खत्म हो गया।

मियाँॅदाद ने कहा कि हम ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों से सबक लेकर ही अपने प्रदर्शन में सुधार कर सकते हैं। हमें दीर्घकालिक योजना बनाने की जरूरत है। खिलाड़ियों को अपनी गलतियों से सबक लेकर खेल में सुधार लाना चाहिए।

पाकिस्तान की ओर से 124 टेस्टों में सबसे ज्यादा 8832 रन बनाने वाले मियाँदाद तीन दफा राष्ट्रीय टीम के कोच रह चुके हैं, लेकिन इस दफा उन्होंने पाकिस्तान का कोच बनने के लिए अर्जी नहीं दी है।

यह पूछे जाने पर कि क्या वह कोच बनने का प्रस्ताव मिलने की स्थिति में इसे स्वीकार करेंगे उन्होंने कहा कि मैंने राष्ट्रीय हितों को हमेशा सबसे ऊपर रखा है, लेकिन कोच बनने का प्रस्ताव मिलने पर मुझे कई चीजों के बारे में सोचना होगा।