• Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. »
  3. क्रिकेट
  4. »
  5. समाचार
Written By भाषा

पाक और श्रीलंका में होगा काँटे का मुकाबला

पाकिस्तान क्रिकेट टीम
अप्रत्याशित प्रदर्शन के लिए मशहूर पाकिस्तानी टीम ट्वेंटी-20 विश्व कप फाइनल में श्रीलंका को हराकर उपविजेता का ठप्पा हटाते हुए खिताब अपनी झोली में डालने को बेकरार होगी और आखिरी तिलिस्म तोड़ने के लिए उसके पास शाहिद अफरीदी जैसा ब्रह्मास्त्र भी है।

दक्षिण अफ्रीका में 2007 में पहले टी-20 विश्व कप फाइनल में भारत से हारी पाकिस्तानी टीम ने स्वदेश में सियासी खलबली के कारण अधिक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है। देश में क्रिकेट को ढर्रे पर लाने के लिए उसका यह खिताब जीतना जरूरी भी है।

कप्तान यूनुस खान का काम हालाँकि आसान नहीं है क्योंकि टूर्नामेंट में उनकी टीम लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है। दूसरी ओर श्रीलंका अभी तक अपराजेय है। सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज पर श्रीलंका की धमाकेदार जीत ने भी यूनुस को और चौकन्ना कर दिया होगा।

पाकिस्तान ने घायल यासिर अराफात की जगह पूर्व आईसीएल क्रिकेटर अब्दुल रज्जाक को टीम में शामिल किया है। दूसरी ओर अफरीदी के शानदार फार्म ने विरोधी खेमे में हलचल मचा दी है। पेशावर का यह पठान विश्व कप में तीसरी बार पराजित टीम का सदस्य नहीं कहलाना चाहेगा।

पाकिस्तान 1999 विश्व कप के फाइनल में स्टीव वॉ की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम से इसी मैदान पर हारा था। इसके बाद 2007 में पहले टी-20 विश्व कप फाइनल में महेंद्रसिंह धोनी की टीम ने उसे हराया।

यूनुस के जेहन में श्रीलंका से बदला चुकता करने का भी ख्याल होगा जिसने उसे 12 जून को सुपर आठ चरण के मैच में 19 रन से हराया था।

पाकिस्तान को करीबी मुकाबलों में खराब शुरुआत और फिनिशिंग नहीं कर पाने की अपनी कमजोरी से पार पाना होगा। इसके अलावा क्षेत्ररक्षण का स्तर भी सुधारने की जरूरत है। पाकिस्तान की ताकत कामरान अकमल, अफरीदी और तेज गेंदबाज उमर गुल होंगे।

दूसरी ओर श्रीलंकाई टीम फाइनल में भी अपना बेहतरीन फार्म बरकरार रखने की कवायद में होगी। टॉस जीतने वाली टीम बल्लेबाजी चुनना पसंद करेगी।

श्रीलंका को सलामी बल्लेबाज सनत जयसूर्या और तिलकरत्ने दिलशान से धमाकेदार शुरआत की जरूरत होगी। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले ओवर में तीन विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज एंजेलो मैथ्यूज और रहस्यमय स्पिनर अजंता मेंडिस पाकिस्तानी बल्लेबाजी की चूलें हिला सकते हैं।

कुमार संगकारा पहले ही कह चुके हैं कि पाकिस्तान के खिलाफ उनकी टीम अपने बेसिक्स पर पूरा ध्यान देगी। विरोधी टीम को अच्छी शुरुआत करने का मौका नहीं देने की उनकी रणनीति अभी तक कामयाब रही है।