'दादा' के लिए कर्स्टन बने खलनायक!
पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को ईरानी ट्रॉफी के लिए शेष भारत टीम से बाहर का रास्ता दिखाने वाले और कोई नहीं, भारतीय टीम के प्रशिक्षक गैरी कर्स्टन हैं। मीडिया ने पाँच में से एक चयनकर्ता के हवाले से यह बात कही। इस चयनकर्ता के अनुसार श्रीलंका में सौरव की असफलता का हवाला देते हुए कर्स्टन ने चयनकर्ताओं को कहा कि अब सौरव से आगे देखने का समय आ गया है। इस बात से अनिल कुंबले भी सहमत थे। सौरव की फिटनेस भी उनकी राह का रोड़ा बनी।संन्यास की सलाह : सौरव के करीब रहने वालों का कहना है कि उन्होंने कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं और अब उनमें क्रिकेट की पहले जैसी भूख नहीं रही। इसलिए यदि उन्हें ऑस्ट्रेलियाई श्रृंखला से भी बाहर किया जाता है तो वे संन्यास भी ले सकते हैं। हालाँकि सौरव ने इससे इनकार करते हुए कहा कि वे अगले दो वर्ष तक खेल सकते हैं। ऐसा रहा वार्तालाप : सूत्रों के मुताबिक कर्स्टन ने दिलीप वेंगसरकर से कहा कि टीम को सौरव गांगुली से आगे बढ़कर सोचना चाहिए। इसके बाद वेंगसरकर ने कर्स्टन के सुझाव पर गांगुली को शेष भारत टीम से बाहर रखने के बारे में कुंबले से चर्चा की।कुंबले ने वेंगसरकर से कहा कि वे टीम से राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण को बाहर करने के लिए तैयार नहीं हैं। सौरव को इस बारे में सीधे नहीं बताया गया। टीम से हटाने की खबर उन्हें मीडिया से मिली।