Last Modified: बंगलोर (वार्ता) ,
गुरुवार, 14 जून 2007 (01:31 IST)
टीम इंडिया का कोच ऑस्ट्रेलियाई हो
ऑस्ट्रेलिया के ग्रेग चैपल के साथ भारत का अनुभव बेशक भयानक रहा हो, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग मानते हैं कि 'टीम इंडिया' का अगला क्रिकेट कोच किसी ऑस्ट्रेलियाई को ही बनाया जाना चाहिए।
विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पोंटिंग ने बुधवार को यहां एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा कि आप अपने आसपास देखिए दुनिया में आधी क्रिकेट टीमों के पास ऑस्ट्रेलियाई कोच हैं और वे सभी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की कोच चयन समिति के प्रमुख सदस्य सुनील गावसकर के किसी ऑस्ट्रेलियाई को भारतीय कोच रखे जाने के कथित विरोध के बारे में पूछे जाने पर पोंटिंग ने कहा कि यह उनकी सोच है। ऑस्ट्रेलियाई कोच दुनिया में अच्छा काम कर रहे हैं।
टॉम मूडी इसके लिए एक अच्छा उदाहरण हैं, जो श्रीलंका को विश्व कप के फाइनल तक ले गए थे। हालाँकि कोच के बारे में कोई भी फैसला करना समिति के सदस्यों का काम है, लेकिन मैं मानता हूँ कि एक ऑस्ट्रेलियाई भारतीय कोच के रुप में अच्छा काम कर सकता है।
ऑस्ट्रेलिया को विश्व कप की खिताबी हैट्रिक दिलाने वाले पोंटिंग ने प्रोफेशनल कोच का महत्व बताते हुए कहा हालाँकि एक क्रिकेट टीम का नेतृत्व अन्य खेलों की तरह कप्तान ही करता है, लेकिन टीम के कार्यक्रम तय करने, प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने और टीम के अंदर सद्भावनापूर्ण माहौल बनाये रखने में कोच का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
पोंटिंग ने कहा कि टीम की जरूरतों का ध्यान रखने के लिए एक प्रोफेशनल को कोच नियुक्त किया जाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत को कोच को लेकर किसी अंतद्वंद्व में नहीं फँसे रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कप्तान बेशक खेल को चलाता है, लेकिन यह कोच ही है, जो क्रिकेटर का काम आसान बनाता है, इसलिए भारत के लिए जरूरी है कि वह कोच को लेकर गतिरोध को लम्बा नहीं खींचे।
उल्लेखनीय है कि दक्षिण अफ्रीका के ग्राहम फोर्ड के टीम इंडिया का कोच बनने से इंकार कर देने के बाद सकते में आए भारतीय बोर्ड ने आयरलैंड-इंग्लैंड के आगामी दौरे के लिए पूर्व कप्तान चन्दू बोर्डें को 'टीम इंडिया' का मैनेजर नियुक्त किया है।
पोंटिंग ने खेल को नियंत्रण करने वाले नियमों में खिलाडि़यों विचार-विमर्श किए बिना संशोधन करने के लिए अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) का विरोध किया। ऑस्ट्रेलिया कप्तान ने कहा बेहतर होता यदि आईसीसी खिलाडि़यों से भी विचार-विमर्श करती क्योंकि खिलाड़ी ज्यादा बेहतर जानते हैं कि खेल के लिए अच्छा क्या है। वैसे परिवर्तन तभी तक ठीक है, जब तक ये ज्यादा से ज्यादा लोगों को खेल में लाते है।
हाल के अफ्रो एशिया कप में दर्शकों की कम उपस्थिति के सवाल पर पोंटिंग ने कहा कि प्रशासकों को यह महसूस करना चाहिए कि क्रिकेट कैलेंडर में ज्यादा मैचों को ढूंसना कितना गलत है।