Last Modified: नई दिल्ली ,
रविवार, 27 दिसंबर 2009 (15:28 IST)
कोटला पिच को लेकर गावस्कर भी थे असमंजस में
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी फिरोजशाह कोटला की नई पिच को लेकर असमंजस की स्थिति में थे, जिसे उन्होंने 'गंजे सिर पर बाल उगाने जैसी पिच' करार दिया था।
गावस्कर ने अपनी पिच रिपोर्ट में कहा कि यहाँ सुबह के पहले घंटे में बल्लेबाजों को बहुत सहज होकर खेलना होगा। उन्होंने कहा था कि जिस तरह से गंजे सिर पर बाल उगाने पर कुछ हिस्से खाली छूट जाते हैं, उसी तरह से इस पिच पर कहीं पर घास, कहीं पर खाली है। यह कैसा व्यवहार करेगी मैं कुछ नहीं कह सकता। यह कहना मुश्किल होगा कि इसका मिजाज कैसा होगा।
इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा था कि इसमें असमान उछाल मिल सकती है और यहाँ पर पहले बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा।
गावस्कर ने मैच रद्द होने के बाद कहा कि इस पिच पर खेलना खतरनाक था तथा खिलाड़ियों की शारीरिक सुरक्षा महत्वपूर्ण है। गेंद गुडलेंग्थ से तेजी से उठ रही थी, जो खतरनाक था। जैफ थामसन जैसे गेंदबाजों के पास गेंद को उछाल देने की नैसर्गिक प्रतिभा थी लेकिन यह अलग तरह का मामला है।
गावस्कर को जब याद दिलाया गया कि विश्व कप 2011 के मैच दिल्ली में भी होंगे, उन्होंने कहा कि विश्व कप में अभी समय है और इसे (पिच को) ठीक किया जा सकता है। (भाषा)