छम-छम करता आया पानी , झर-झर करता बहता पानी । बिजली चमकी बादल गरजे , भीगने को चुन्नू तरसे । मम्मी-पापा ने डाँट लगाई , चुन्नू को अब आई रुलाई । प्रकृति की लीला है छाई , चारों ओर हरियाली है आई । गली में पानी बह निकला , बच्चों का टोला मचल उठा । अब तो आया नाव का मौसम , माझी और पतवार का मौसम । नाव चली भाई नाव चली , रिंकू भैया की नाव चली । कभी डूबती कभी अटकती , कभी सरकती नाव चली । हौले-हौले नाव चलाओ , वर्ना जल्दी में पछताओ । आओ बारिश के मौसम में , नाचें-कूदें हँसें हँसाएँ । सब बच्चों के साथ बैठकर, झूमें गाएँ पढ़ें पढ़ाएँ ।