सिर्फ दर्शक बने रहे लगभग आधे क्रिकेटर
ग्लेन मैग्राथ, पॉल कोलिंगवुड, डेविड वार्नर, चामिंडा वास, मशरेफी मुर्तजा, सुनील जोशी, अजिंक्या रहाणे, तन्मय श्रीवास्तव और मुरली विजय में क्या समानता है? ये अनुभवी और उदीयमान क्रिकेटर खिलाड़ियों की उस लंबी फेहरिश्त का हिस्सा है, जिन्हें इंडियन प्रीमियर लीग के पहले दस दिन में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला।आईपीएल का पहला चरण समाप्ति के करीब है लेकिन अभी तक आठ टीमों के 75 से अधिक ऐसे खिलाड़ी हैं, जो दक्षिण अफ्रीका तो गए हैं पर उन्हें अब भी पहला मैच खेलने का इंतजार है। इनमें कई विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं लेकिन भारत के भी कई प्रतिभाशाली क्रिकेटरों को अभी तक अपना कौशल दिखाने का मौका नहीं मिला है। यदि दिल्ली डेयर डेविल्स की ही बात की जाए तो पिछले साल उसकी गेंदबाजी के अगुआ ग्लेन मैग्राथ उन दस खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्हें पहले चार मैच में टीम में जगह नहीं मिली। इसी तरह से इंग्लैंड के ऑलराउंडर पॉल कोलिंगवुड और ओवैस शाह तथा बड़ी उम्मीद के साथ टीम से जुड़े डेविड वार्नर ने भी कोई मैच नहीं खेला है। कोलिंगवुड और शाह की इस स्थिति को देखते हुए इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर उन्हें स्वदेश लौटकर एशेज की तैयारी करने की सलाह दे रहे हैं। इन दोनों खिलाड़ियों का वैसे भी टूर्नामेंट में आगे खेलना संदिग्ध है क्योंकि उन्हें जल्द ही वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला खेलने के लिए स्वदेश लौटना है। दिल्ली की टीम में रजत भाटिया और योगेश नागर जैसे घरेलू क्रिकेटर भी बेंच पर बैठकर ही समय बिता रहे हैं। किंग्स इलेवन पंजाब में भी 11 खिलाड़ियों को आईपीएल टू में आगाज का इंतजार है और इनमें साइमन कैटिच और ल्यूक पोमरबाच जैसे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के अलावा साहिल कुकरेजा, तन्मय श्रीवास्तव, रविकांत शुक्ला और सन्नी सोहाल जैसे भारत के उदीयमान क्रिकेटर भी शामिल हैं। मुंबई को रणजी चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले अजिंक्या रहाणे आईपीएल की इस फ्रेंचाइजी टीम के अंतिम एकादश में जगह बनाने के लिए तरस रहे हैं। चेतन्य नंदा और योगेश टकावले जैसे खिलाड़ियों का भी यही हाल है जबकि दिलहारा फर्नांडो काइल मिल्स और मोहम्मद अशरफुल भी उन 11 खिलाड़ियों का हिस्सा हैं जिन्हें अभी आईपीएल के इस सत्र में आगाज करना है। पिछले साल अंतिम स्थान पर रहने वाली डेक्कन चार्जर्स की टीम ने इस बार शानदार शुरुआत की है और उसकी टीम में इसलिए चमिंडा वास नुआन जोएसा और चमारा सिल्वा जैसे श्रीलंकाई क्रिकेटरों के अलावा हल्दर दास अर्जुन यादव और डी कल्याणकृष्णा सहित 13 खिलाड़ियों के लिए जगह नहीं बन पा रही है। वेस्टइंडीज के फिदेल एडवर्ड्स जल्द ही इंग्लैंड में टेस्ट श्रृंखला खेलने के लिए जाएँगे और तब संभवत: वास को जगह मिल जाएगी लेकिन तब जल्द ही एंड्रयू साइमंड्स टीम से जुड़ जाएँगे। टूर्नामेंट के शुरू से विवादों में घिरी कोलकाता नाइट राइडर्स भी बड़ी धनराशि में खरीदे गए मशेरफी मुर्तजा सहित छह खिलाड़ियों को अभी तक अंतिम एकादश में जगह नहीं दे पाया है। क्रिस गेल के इंग्लैंड जाने पर इन खिलाड़ियों में से अधिकतर को खेलने का मौका मिल सकता है। महेंद्रसिंह धोनी ने पिछले साल फाइनल की राह तक मखाया एंतिनी और पलानी अमरनाथ का अच्छा उपयोग किया था लेकिन इस बार वह अभी तक इन सहित आठ खिलाड़ियों को अंतिम एकादश में फिट नहीं कर पाए हैं। इस मामले में सबसे बुरा हाल बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स और राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों का है जिनमें से अधिकतर बेंच पर बैठकर टीम की हौसलाअफजाई कर रहे हैं। रायल चैलेंजर्स के 20 से अधिक खिलाड़ियों को अभी अपने हाथ आजमाने का मौका नहीं मिला है। इनमें उत्तरप्रदेश के प्रतिभाशाली तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार पिछले साल बेहतरीन विकेटकीपिंग करने वाले श्रीवत्स गोस्वामी सर्वाधिक विकेट लेने वालों में शामिल टीनू योहानन, अनुभवी सुनील जोशी और वसीम जाफर के अलावा दक्षिण अफ्रीकी रीलोफ वान डर मर्व भी शामिल हैं। राजस्थान रॉयल्स ने बीच में मोहम्मद कैफ सहित कुछ खिलाड़ियों को स्वदेश भेज दिया था लेकिन शुरुआती पाँच मैच में उसके 15 खिलाड़ी दर्शक बने रहे। इनमें जस्टिन लैंगर, नमन ओझा, सिद्वार्थ त्रिवेदी, मोर्ने मोर्कल, शेन हारवुड आदि का नाम भी दर्ज हैं।