बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स फाइनल में
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल-2) के दूसरे सेमीफाइनल में बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को छह विकेट से हरा दिया। रॉयल चैलेंजर्स ने 18.5 ओवर में चार विकेट खोकर 147 रन का विजयी लक्ष्य हासिल कर लिया। चेन्नई सुपर किंग्स ने निर्धारित बीस ओवर में पाँच विकेट पर 146 रन बनाए थे।चेन्नई की शुरुआत बेहतरीन रही। सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन और पार्थिव पटेल ने मुकाबले की गंभीरता को देखते हुए पहली गेंद से ही आक्रामक रुख दिखाया। दोनों ने पहले विकेट के लिए 50 रन जोड़े, लेकिन छठे ओवर की आखिरी गेंद पर हेडन ( 26) विनय कुमार की गेंद पर मनीष पांडे को कैच थमा बैठे।हेडन के जाने के बाद पार्थिव (36) को भी क्रीज ज्यादा देर रास नहीं आई और आठवें ओवर की चौथी गेंद पर वे जैक कैलिस की गेंद पर पगबाधा आउट करार दिए गए। स्ट्रैटेजिक टाइम आउट (दस ओवर की समाप्ति) के वक्त तीन विकेट पर चेन्नई ने 74 रन बना लिए थे। अगले दस ओवर भी चेन्नई के लिए कोई ज्यादा उत्साहजनक नहीं रहे। 15वें ओवर में जब स्कोर 104 रन था, सुरेश रैना को विनय कुमार की गेंद पर विकेट कीपर मार्क बाउचर ने लपक लिया। उन्होंने बीस रन का योगदान दिया। अब टीम की उम्मीदें कप्तान धोनी पर टिकी थीं, लेकिन मुश्किल घड़ी में उन्होंने भी निराश किया और 18वें ओवर की दूसरी गेंद पर मार्व का शिकार हो गए। उनके बाद आए मोर्कल (20) ने संघर्ष किया, लेकिन उनकी पारी टीम को बड़ा लक्ष्य देने में नाकाम रही। पुछल्ले बल्लेबाजों के लिए स्कोर कार्ड को गति देना इतना आसान नहीं था, हुआ भी वैसा ही। बीसवें ओवर की पहली गेंद पर जैकब ओरम (9) को विनय कुमार की गेंद पर उथप्पा ने झेलने का कोई मौका नहीं गँवाया। इस तरह चेन्नई बीस ओवर में पाँच विकेट खोकर 146 रन ही बना सकी। बेंगलुरु की तरफ से विनय कुमार ने सर्वाधिक दो विकेट लिए, जबकि कैलिस, प्रवीण कुमार, और मार्व ने एक-एक खिलाड़ी को आउट किया। दोनों टीमें इससे पहले टूर्नामेंट में दो बार आमने-सामने उतरी हैं। इस मैच में जीतने वाली टीम का मुकाबला रविवार को डेक्कन चार्जर्स के साथ होगा। अंकों के लिहाज से चेन्नई का पलड़ा भारी नजर आता है। अपने 14 मैचों में से 8 जीतकर उसने 17 अंक हासिल किए हैं। पाँच में धोनी के धुरंधरों को हार का सामना करना पड़ा, जबकि एक मैच अनिर्णीत रहा। बेंगलुरु की बात करें तो अनिल कुंबले की अगुआई में टीम निखरकर सामने आई। रॉयल चैलेंजर्स ने 14 मैचों में से आठ अपने नाम किए। उसे छह में शिकस्त खाना पड़ी। एक मैच अनिर्णीत रहा। बेंगलुरु के 16 अंक हैं।