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Written By वार्ता
Last Modified: कोलकाता , गुरुवार, 21 अप्रैल 2011 (15:34 IST)

नाइटराइडर्स-चैलेंजर्स की भिड़ंत शुक्रवार को

कोलकाता नाइटराइडर्स रायल चैलेंजर्स आईपीएल4
कोलकाता नाइटराइडर्स और रायल चैलेंजर्स बेंगलुरू की टीमें आईपीएल-चार में शुक्रवार को जब यहाँ ऐतिहासिक ईडन गार्डन मैदान पर उतरेंगी तो उनका लक्ष्य जीत की पटरी पर लौटना होगा।

नाइटराइडर्स ने टूर्नामेंट के उद्घाटन मैच में गत चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स के हाथों मिली करीबी हार से उबरते हुए जीत की हैट्रिक बनाई लेकिन पिछले मैच में कोच्चि टस्कर्स केरल ने नाइटराइडर्स को उसी के घरेलू मैदान पर ही छह रन से हराकर जीत की पटरी से उतार दिया।

दूसरी तरफ चैलेंजर्स ने कोच्चि को छह विकेट से हराकर टूर्नामेंट में धमाकेदार शुरआत की लेकिन इसके बाद उसे हार की अनचाही हैट्रिक बनानी पड़ी। टीम को मुंबई इंडियंस, डेक्कन चार्जर्स और सुपरकिंग्स से शिकस्त झेलनी पड़ी जबकि राजस्थान रॉयल्स के साथ पिछला मैच बारिश के कारण धुल गया था।

नाइटराइडर्स पाँच मैचों में छह अंकों के साथ अंकतालिका में शीर्ष पर है जबकि चैलेंजर्स के इतने ही मैचों में तीन अंक हैं और वह नीचे से दूसरे स्थान पर है। अब दोनों की कोशिश जीत की राह पर लौटने की है और कोलकातावासी एक धमाकेदार मुकाबले ही उम्मीद कर सकते हैं।

कोलकाता की टीम कोच्चि के खिलाफ 133 रन के मामूली लक्ष्य का पीछा नहीं कर पायी और उसे छह रन से शिकस्त का सामना करना पडा1 इससे बल्लेबाजी में टीम की कमजोरियों की कलई खुल गई है1 टीम बल्लेबाजी में काफी हद तक दक्षिण अफ्रीका के जैक्स कैलिस और कप्तान गौतम गंभीर पर निर्भर है और उनका सस्ते में आउट होना ही कोच्चि के खिलाफ टीम की हार का कारण बना।

कैलिस ने टूर्नामेंट में अब तक 193 रन बना चुके हैं जबकि गंभीर के खाते में 143 रन हैं। इन दोनों के अलावा मनोज तिवारी का प्रदर्शन भी अच्छा रहा है और उन्होंने 133 रन बनाए हैं लेकिन मानविंदर बिसला, इयोन मोर्गन, शाकिब अल हसन और यूसुफ पठान अब तक अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप बल्लेबाजी नहीं कर पाए हैं।

कोलकाता को अगर जीत की राह पर लौटना है तो बल्लेबाजी में उसे कैलिस और गंभीर पर निर्भरता कम करनी होगी और अन्य बल्लेबाजों को रन बनाने होंगे। पठान बल्लेबाजी में भले ही कमाल नहीं दिखा पाए हैं लेकिन गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन करते हुए सात विकेट चटकाए हैं।

पठान के अलावा अल हसन, इकबाल अब्दुल्ला और लक्ष्मीपति बालाजी ने अच्छी गेंदबाजी की है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के तूफानी गेंदबाज ब्रेट ली उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं। चैलेंजर्स के खिलाफ कप्तान गंभीर को अपने गेंदबाजों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।

दूसरी तरफ तिलकरत्ने दिलशान, विराट कोहली, ए बी डीविलियर्स, सौरभ तिवारी और चेतेश्वर पुजारा जैसे धुरंधर बल्लेबाजों की मौजूदगी के बावजूद वर्ष 2009 की उपविजेता चैलेंजर्स की टीम क्लिक नहीं कर पा रही है। डी विलियर्स और कोहली के अलावा बाकी सभी बल्लेबाजी फ्लॉप रहे हैं।

डी विलियर्स टूर्नामेंट में अब तक 157 रन और कोहली 141 रन बना चुके हैं1 लेकिन विश्वकप में सर्वाधिक रन बनाने वाले दिलशान और आईपीएल के पिछले संस्करण में धूम धडाका करने वाले सौरभ तिवारी सहित अन्य बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। टीम को अगर जीत की पटरी पर लौटना है तो उसके बल्लेबाजों को ढेरों रन बनाने होंगे।

गेंदबाजी में भी जहीर खान और रेयान निनान को छोडकर बाकी सभी फ्लाप रहे हैं। कप्तान डेनियल वेट्टोरी कप्तानी के साथ-साथ गेंदबाजी में भी कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं। चैलेंजर्स के बल्लेबाज जहाँ रन नहीं बना पा रहे हैं वहीं गेंदबाज जमकर रन लुटा रहे हैं।

दोनों टीमों के टूर्नामेंट में अब तक के प्रदर्शन को देखा जाए तो कोलकाता नाइटराइडर्स का पलडा भारी लगता है। साथ ही उसे घरेलू मैदान में खेलने का भी फायदा मिलेगा। (वार्ता)