सीसा रक्त में रह जाए तो रक्त कैंसर जैसी भयानक बीमारी हो सकती है। होली के जिन रासायनिक रंगों को जिंक क्लोराइड से तैयार किया जाता है उनके त्वचा के संपर्क में आने पर फोड़े (अल्सर) हो सकते हैं। यदि होली का रंग डालते समय संयोग से जिंक क्लोराइड की कुछ मात्रा मुँह के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर जाए तो शरीर के अंदर नाजुक अंगों की महीन झिल्लियाँ क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। अत: होली खेलें मगर सावधानी से कहीं त्योहार की मस्ती आपको अस्त-व्यस्त ना कर दे। और भी पढ़ें : |