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Written By समय ताम्रकर

शाहरुख मुम्बई छोड़कर जा रहे हैं?

शाहरुख मुम्बई छोड़कर जा रहे हैं? -
IFM
आँधी और तूफान की तरह मीडिया में लगातार खबरें आ रही हैं कि शाहरुख खान दुबई में दूसरी ‘मन्नत’ बनाकर वहीं बस जाना चाहते हैं। ऐसा करने के पीछे दो कारण हैं। पहला कारण यह है कि वे दुबई के भवन निर्माण उद्योग में पैसा लगाकर धन कमाना चाहते हैं। होम प्रोडक्शन में कई फिल्में बनाकर वे भारी घाटा उठा चुके हैं। दूसरे, मुम्बई में इन दिनों जो उत्तर भारतीयों के खिलाफ लहरें उठ रही हैं, उसकी बौछार से किंग खान भी अछूते नहीं हैं। बाला साहब के मुखपत्र ‘सामना’ द्वारा उन्हें चेतावनी भी दी गई थी कि यदि वे दिल्ली को अपना जन्मस्थान मानकर प्यार करते हैं, तो वे फिर वहीं जाकर बस क्यों नहीं जाते।

वैसे भी शाहरुख की उम्र बढ़ रही है। बढ़ती उम्र का असर अब उनके चेहरे पर दिखने लगा है। उनकी समकालीन नायिकाएँ भी एक-एक कर परदे के पीछे जाने लगी हैं। मसलन रानी मुखर्जी, प्रीति जिंटा, जूही चावला। इनके अलावा माधुरी दीक्षित तो शादी कर अमेरिका में बस गई हैं।

नई नवेली अभिनेत्रियों के साथ शाहरुख जोड़ी जमाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनकी केमेस्ट्री किसी से मेल नहीं खा रही है। कैटरीना कैफ तो अक्षय कुमार के साथ सुपरहिट हो गई हैं। वैसे भी कैटरीना, सलमान कैम्प की सदस्य हैं। पिछले दिनों उन्हीं के जन्मदिन पर सलमान-शाहरुख में झगड़ा हो गया और दोनों समझौते के मूड में नहीं हैं। कभी बेहतर दोस्त रहे सलमान-शाहरुख आज खुलेआम कौरव-पाण्डव की तरह कुरुक्षेत्र के मैदान में आ डटे हैं।

शाहरुख जब से अमिताभ को चुनौती देकर स्वयं को बॉलीवुड का बादशाह साबित करने की जंग में लगे हैं, तब से उनके दुश्मनों की संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है। उधर आमिर खान भी शाहरुख को चिकोटियाँ काटने से बाज नहीं आए। उन्होंने अपने कुत्ते का नाम शाहरुख बताकर बवाल मचा दिया था यानी कि खान बनाम खान अब एक-दूसरे के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं।

अमिताभ और शाहरुख का द्वंद्व तो पुराना है, जो घटने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल अमिताभ ही किंग खान के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनकर दीवार की तरह खड़े हुए हैं। इसी वर्ष अमिताभ का अनफॉरगेटेबल वर्ल्ड टूर सफल रहा। उसके जवाब में जब शाहरुख ने टेम्पटेशन रिलोडेड टूर का प्लान जोर-शोर से बनाया, तो आखिर में वह फुस्स हो गया।

अक्षय कुमार इस समय बॉलीवुड और बॉक्स ऑफिस पर भारी पड़ रहे हैं। नमस्ते लंदन, भूलभुलैया, वेलकम और सिंह इज़ किंग जैसी सफल फिल्मों के जरिये वे सीधे शाहरुख को टक्कर दे रहे हैं। ‘सिंह इज़ किंग’ तो सीधे-सीधे किंग खान को चुनौती थी ‍कि अपने आपको किंग कहलाने से कोई किंग नहीं हो जाता।

शाहरुख की सफलता के पीछे उनके अजीज दोस्त करण जौहर और आदित्य चोपड़ा (यशराज कैम्प) का जबरदस्त हाथ रहा है। करण जौहर ‘कभी अलविदा ना कहना’ फिल्म के बाद से फिल्म नहीं बना रहे हैं। दो-तीन वर्षों से टीवी पर आने के अलावा उन्होंने कुछ नहीं किया।

आदित्य चोपड़ा ने अनेक निर्देशकों को किराए से लेकर कई फिल्में बनाईं, मगर यशराज की सफलता की जो पताका आसमान में लहरा रही थी, वह खजूर के पेड़ की ऊँचाई पर अटक गई है। ‘रब ने बना दी जोड़ी’ उनका आखिरी हथियार है, जिसमें किंग खान का सहारा उन्होंने लिया है।

पिछले जन्मदिन से इस जन्मदिन तक का समय शाहरुख के लिए कुछ खास नहीं रहा। अक्षय से चुनौती, सलमान से झगड़ा, आईपीएल में टीम की हार, फिल्मों के प्रदर्शन में देरी ने उनके आलोचकों को मुखर कर दिया।

कई लोगों का मानना है कि वर्ष 2007 में ‘चक दे इंडिया’ और ‘ओम शांति ओम’ जैसी दो सुपरहिट फिल्म देने के बावजूद शाहरुख की लोकप्रियता में कमी आई है। शायद इसका यह कारण हो सकता है कि पिछले एक वर्ष में उनकी बतौर नायक एक भी फिल्म प्रदर्शित नहीं हुई हो। दूसरी ओर शाहरुख के प्रशंसकों का मानना है कि ‘रब ने बना दी जोड़ी’ प्रदर्शित हो जाने दीजिए, शाहरुख एक बार फिर चर्चाओं में आ जाएँगे। उम्मीद की जानी चाहिए कि किंग खान के लिए आगे का सफर अच्छा रहेगा।