आगामी वर्ष कष्टकारी व सत्ता परिवर्तन के योग
दिसंबर 31 की रात बारह के बाद 2008 की बिदाई और 2009 की मस्ती का आलम भारत देश व भारत की जनता के लिए खट्टी-मीठी यादों का रहेगा। हम भारतवासियों को उन शहीदों को नमन व अश्रुपूरित श्रद्धांजलि देनी होगी जिन्होंने आतंकवादियों से देश की रक्षा करते हुए अपनी जान न्योछावर कर दी। हमें कसम खाना होगी कि ऐसी घटना दोबारा न घटे। आतंकवाद में अपनी जान गँवा चुके उन लोगों को देशवासी अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दें व शालीनता बनाए रखें। तभी जाकर नववर्ष की शुभ बेला हमारे लिए सुकूनभरी होगी। हमारे नेताओं को भी बचकाने बयानों से बचना चाहिए और देश की सुरक्षा का राजनीति से परे हटकर ध्यान रखना चाहिए। क्या कहते हैं सितारे आगामी वर्ष के, आइए जानें। नववर्ष में हमेशा की तरह दिल्ली में मध्यरात्रि में कन्या लग्न का उदय हो रहा है। प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी ग्रहों की स्थितियाँ कुछ और ही कहती नजर आ रही हैं। जिस प्रकार गृह मंत्रालय से शिवराज पाटिल को हाथ धोना पड़ा ठीक उसी प्रकार अशुभ वित्तमंत्री पी. चिदंबरम की भी रवानगी हुई, ये तो पहले ही हो जाना था। लेकिन गृहमंत्री जैसा महत्वपूर्ण पद असक्षम वित्तमंत्री को नहीं देना था। इस वर्ष धर्म, न्याय एवं कर्तव्यनिष्ठ का स्वामी गुरु नीच का होकर राहु, चन्द्र, बुध के साथ है। गुरु-राहु साथ हों तो चांडाल योग बनता है, जो कि पंचमेश व षष्टेश शनि द्वादश में शत्रु क्षैत्री होकर बैठने से शत्रुओं से हमें राहत नहीं मिलती नजर आ रही है। शनि की शुक्र पर पूर्ण सप्तम दृष्टि पड़ने से स्त्री वर्ग को कष्ट रहेगा। मंगल-सूर्य चतुर्थ भाव में मित्र क्षैत्री होकर बैठने से जनता से संबंधित एवं भूमि-भवन के कार्य में उठाव आएगा। मंगल की एकादश भाव पर नीच दृष्टि पड़ने से आर्थिक मामलों में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। धन की स्थिति शत्रुओं पर खर्च होगी। शनि की उच्च दृष्टि द्वितीय भाव पर पड़ने से भारत की भाषा सख्त नजर आएगी। लग्नेश व दशमेश पंचम में मित्र का होने से व्यापारी वर्ग अपने विवेक से सफलता पाएँगे।
कुछ महत्वपूर्ण व्यक्तियों के बारे में जानें : देश के प्रधानमंत्री की कर्क राशि है। आर्थिक स्थिति पर काबू पाने में सक्षम होंगे व देश की सुरक्षा पर भी बल देते रहेंगे। विरोधियों पर भी भारी पड़ते नजर आएँगे। सोनिया गाँधी के लिए भी समय अनुकूल रहेगा। इनकी राशि मिथुन है जो अभी ठीक है। शनि की कृपा चतुर्थ भाव पर उच्च होने से आपका ग्राफ जनता के बीच बढ़ेगा। इधर राहुल गाँधी की वृश्चिक राशि, मंगल आगामी वर्षों में अधिकांश मित्र उच्च स्वराशिस्थ रहेगा, कहीं न कहीं लाभदायक रहेगा व जनता के बीच छाए रहेंगे। लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से सावधानी रखना होगी। बसपा प्रमुख मायावती के लिए राजनीति के क्षेत्र में कद बढ़ता नजर आएगा। भाजपा द्वारा घोषित प्रधानमंत्री पद के दावेदार लालकृष्ण आडवाणी के मामलों में देखा जाए तो काफी जुगत भिड़ानी पड़ेगी तभी जाकर लाभ मिल सकता है नहीं तो 'आस भई निरास' वाली कहावत होगी।