शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
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Written By WD

प्राकृतिक सौंदर्य का राज

प्राकृतिक सौंदर्य का राज -
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यदि आपकी फिटनेस सही नहीं है तो लुक को चेंज करने के मार्केट में प्रचलित सारे कास्ट्यूम आपके लिए व्यर्थ है। आप जमाने के साथ टिक नहीं सकते। कितने ही अच्‍छे कपड़े पहन लें, लेकिन आपकी बॉडी यदि बेढप है तो वे कपड़े शायद ही सुटेबल लगे।

इसीलिए अब योग के माध्यम से प्राकृतिक सौंदर्य और कोमल देह की चाहत रखने वालों की संख्या बढ़ रही है। सभी को यह अहसास होने लगा है कि योग के माध्यम से सुंदर और सेक्सी बना रहा जा सकता है। प्राणायाम जहाँ हमारे जीवन की दीर्घता बढ़ाता हैं वहीं आसन हमारे शरीर को सेहतमंद और जवान बनाए रखने में सक्षम हैं।

बॉडी बेलेंसे : बॉडी यदि छरहरी हो तो आकर्षण और बढ़ जाता है। इससे शरीर स्वस्थ और सुंदर बना रहता है। बॉडी की सुंदरता या दमक का संबंध हमारी रीढ़ और माँस से होता है, यदि अनावश्यक चर्बी है तो माँस और रीढ़ दोनों के लिए घातक है र यदि चर्बी बिलकुल भी नहीं है तो भी घातक है, इसलिए बेलेंस जरूरी है।

बेलेंस आता है हड्डियों के लचीला और मजबूत होने से। इसके लिए चार उपाय जानें- 1.सूक्ष्म व्यायाम करें 2.छह आसन नियमित करें- ताड़ासन, त्रिकोणासन, पश्चिमोत्तनासन, उष्ट्रासन, धनुरासन और नौकासन। 3.प्राणायाम और 4. मालिश।

फेस रखें फ्रेश : चेहरा का रंग कुछ भी हो, लेकिन यदि चेहरे पर लावण्य या चमक है तो आप सभी को अपनी ओर आकर्षित करने में सक्षम हैं। चेहरे की चमक का संबंध हमारे पेट और मुँह की पवित्रता से होता है। दोनों की शुद्धि के लिए चार उपाय हैं। यह चारों करना आवश्यक है, लेकिन किसी योग शिक्षक से सिखकर- 1.पहला शंख प्रक्षालन 2.मुँह संबंधी सूक्ष्म व्यायाम और ब्रह्ममुद्रा 3.सर्वांग आसन एवं शीर्षासन और 4.जलनेति तथा कपालभाँति प्राणायाम। इसके बाद आप सिर्फ पाँच मिनट का ध्यान करें।

प्राणायाम का लें प्रण : प्राणायाम जुड़ा है हमारी आयु से, अर्थात वायु के संयम से ही बढ़ेगी आयु। नियमित प्राणायाम करने से भूख और प्यास पर कंट्रोल किया जा सकता है। इससे खून साफ होता है, फेफड़े शुद्ध-मजबूत बनते हैं। शरीर कांतिमान और जवान बना रहता है। नेत्र ज्योति बढ़ती और सुनने की क्षमता बढ़ती है। नकारात्मक चिंतन सकारात्मक बनता है तथा भय और चिंता दूर होते हैं।

योगा पैकेज : चाहें तो उपरोक्त आसनों में कुंजल, सूत्रनेति, जलनेति, दुग्धनेति, वस्त्र धौति कर्म को भी जोड़ सकते हैं। कपोल शक्ति विकासक, सर्वांग पुष्टि, सूर्य नमस्कार और योग स्नान करना भी लाभप्रद है। हाँ भोजन का अवश्य ध्यान रखें। जो आपको कठिन लगे उसे तो आप कतई ना करें। इस सबके अलावा शुद्ध शाकाहारी यौगिक आहार के संबंध में जानकारी लें।