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शनिवार, 26 मार्च 2011 (23:32 IST)
मोहाली में सीम कर सकती है गेंद
भारत और पाकिस्तान के बीच सेमीफाइनल की मेजबानी करने वाले पीसीए स्टेडियम की पिच अधिकांश समय बल्लेबाजी के अनुकूल रहेगी लेकिन दूधिया रोशनी में यह सीम गेंदबाजों को मदद कर सकती है।
पंजाब क्रिकेट संघ (पीसीए) के क्यूरेटर दलजीत सिंह ने कहा कि दूधिया रोशनी में गेंद थोड़ी सीम करेगी। उन्होंने यहाँ कहा कि यह मोहाली की परंपरागत विकेट की तरह होगी, जिससे अच्छी गति और उछाल मिलेगा।
दलजीत ने बताया कि इस मैच के लिए उसी पिच का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसका उपयोग आयरलैंड और वेस्टइंडीज के बीच यहाँ 11 मार्च को हुए लीग मैच के दौरान हुआ था।
पाकिस्तान भले ही विश्व कप में अब तक भारत को हराने में नाकाम रहा हो लेकिन वह इस मैदान पर पिछले दोनों अवसर पर मेजबान टीम को हराने में सफल रहा था।
दलजीत ने कहा कि ओस भी इस मैच में भूमिका सकती है इसलिए उन्होंने मैच से तीन दिन पहले मैदान पर पानी डालना बंद कर दिया है।
उन्होंने कहा मैंने आकलन शुरू कर दिया है कि आजकल कितनी ओस पड़ रही है। हमने घास को काटकर भी छोटा कर दिया है, जिससे कि इन पर कम से कम ओस टिके।
दलजीत ने कहा अगर जरूरत पड़ी तो हम एपीएसए 80 कैमिकल का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे ओस को कम करने में मदद मिलेगी लेकिन यह पूरी तरह खत्म नहीं होगी।
यह पूछने पर कि क्या उन्हें विशेष रूप से विकेट तैयार करने के लिए कोई निर्देश मिला है? उन्होंने कहा हम आईसीसी के सामान्य दिशानिर्देशों के मुताबिक चलते हैं जिसके अनुसार पिच सामान्यत: बल्लेबाजी के अनुकूल होनी चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा कि आईसीसी के पिच सलाहकार एंडी एटकिनसन के भी एक या दो दिन में यहाँ आने की उम्मीद है। (भाषा)