थरंगा-दिलशान के नाबाद शतक, श्रीलंका सेमीफाइनल में
उपुल थरंगा (102) और दिलशान तिलकरत्ने ( 108) के नाबाद शतकीय प्रहारों की बदौलत श्रीलंका ने इंग्लैंड को 10 विकेट से रौंदकर विश्वकप क्रिकेट टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। श्रीलंका की टीम 29 मार्च को अपना सेमीफाइनल मुकाबला न्यूजीलैंड के साथ कोलंबो में ही खेलेगी।टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 229 रन बनाए थे। जवाब में श्रीलंका ने 39.3 ओवरों में बिना किसी नुकसान के 231 रन बनाकर आसानी से सेमीफाइनल में प्रवेश किया। श्रीलंका ने यह एकतरफा जीत तब हासिल की, जब मैच की 63 गेंदें फेंकी जाना शेष थीं।थरंगा ने 122 गेंदों का सामना करके 12 चौकों व 1 छक्के की मदद से 102 और दिलशान ने 115 गेंदों में 10 चौकों व 2 छक्के की मदद से नाबाद 108 रन बनाए। इससे पहले इंग्लैंड की पारी में ट्राट ने सर्वाधिक 86 रनों का योगदान दिया। उनके अलावा पाँच जीवनदान के सहारे मॉर्गन ने 50 रन बनाए जबकि रवि बोपारा 31, इयान बेल 22 तथा मैट प्रायर नाबाद 22 रन बनाने में कामयाब हुए। मुरलीधरन ने 2 विकेट लिए। मलिंगा, मैथ्यूज और दिलशान के हिस्से में एक-एक विकेट आया।श्रीलंका का क्षेत्ररक्षण काफी खराब रहा और उसके खिलाड़ियों ने कई आसान कैच टपकाए। दूसरी तरफ अंग्रेज बल्लेबाजों ने बेवजह रिवर्स स्विप शॉट्स खेलने की कोशिशें की। यदि लंकाई क्षेत्ररक्षक लड्डू कैच नहीं टपकाते तो संभव था कि इंग्लैंड की टीम 200 के भीतर ही धराशायी हो जाती।टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसे शुरुआती ओवरों में रन बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। उसके दोनों सलामी बल्लेबाज एंड्रयू स्ट्रॉस और इयान बेल मात्र 31 रन बनाकर पैवेलियन लौट गए।स्ट्रॉस जहाँ मात्र 5 रन बनाकर तिलकरत्ने की गेंद पर बोल्ड हो गए वहीं लय में नजर आ रहे बेल एंजेलो मैथ्यूज की गेंद पर समरवीरा को कैच थमा बैठे। उन्होंने अपनी पारी में तीन चौकों की मदद से 24 रन बनाए।पहले पॉवरप्ले में इंग्लैंड ने 10 ओवर में दो विकेट खोकर 32 रन बनाए थे। श्रीलंका के कप्तान संगाकारा ने 11वें ओवर में गेंदबाजी पॉवरप्ले लेकर इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा। जोनाथन ट्रॉट और रवि बोपारा ने श्रीलंका को इस पॉवर प्ले में कोई विकेट नहीं लेने दिया और हालाँकि इंग्लैंड इन 5 ओवरों में मात्र 14 रन ही बना पाया। इसके बाद रवि बोपारा 31 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए। मॉर्गन ने आउट होने के पहले 50 रन का योगदान दिया, जबकि ग्रीम स्वान को खाता खोलने का मौका भी नहीं मिला। इंग्लैंड को ट्रॉट जैसे बल्लेबाज का शुक्रिया अदा करना चाहिए, जिन्होंने 86 रनों की साहसिक पारी खेली। ट्रॉट के अलावा मॉर्गन के अर्धशतक और प्रायर के नाबाद 22 रनों के बूते पर इंग्लैंड किसी तरह 6 विकेट पर 229 रन बनाने में सफल रहा। (वेबदुनिया न्यूज)