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Written By वार्ता
Last Modified: मेलबोर्न , शनिवार, 26 मार्च 2011 (13:01 IST)

मेरा भविष्य अब चयनकर्ताओं के हाथ में-पोंटिंग

मेरा भविष्य अब चयनकर्ताओं के हाथ में-पोंटिंग -
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग कहना है कि हालाँकि वह अभी ऑस्ट्रेलिया के लिए और क्रिकेट खेलना चाहते हैं लेकिन उनके कैरियर के भविष्य का फैसला अब चयनकर्ताओं के हाथ में हैं जिसे वह स्वीकार करने को पूरी तरह से तैयार हैं।

पोंटिंग ने आज कहा 'मैं क्रिकेट खेलना जारी रखना चाहता हूँ लेकिन मैं यह फैसला नहीं कर सकता कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में मेरा क्या योगदान है। यह फैसला करना तो चयनकर्ताओं का काम है। मेरा भविष्य उनके हाथ में है और मैं उनका हर फैसला मानने के लिए तैयार हूँ।'

इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू जमीन पर एशेज हारने के बाद से पोंटिंग की कप्तानी पर सवाल उठने लगे हैं। पोंटिंग ऐसे एकमात्र ऑस्ट्रेलियाई कप्तान हैं जिनके नेतृत्व में टीम ने तीन बार एशेज सिरीज गँवाई है।

इस विश्वकप में भी पोंटिंग का प्रदर्शन खास नहीं रहा है लेकिन भारत के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले में पोंटिंग ने जुझारू पारी खेलते हुए शतक जड़कर फॉर्म में वापसी की। मगर पोंटिंग की अच्छी पारी के बावजूद ऑस्ट्रेलिया को भारत के हाथों हारकर क्वार्टर फाइनल से बाहर होना पड़ा और इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया का लगातार चौथी बार विश्वकप अपने नाम करने का सपना भी चूर-चूर हो गया।

36 वर्षीय पोंटिंग ने कहा कि अब हमें अपने प्रदर्शन पर गहराई और गंभीरता से विचार करना है और टीम के अच्छे भविष्य के लिए ठोस रणनीति बनानी है लेकिन इसके लिए टीम के सभी सीनियर खिलाड़ियों को बाहर कर देना ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा टीम में युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा को निखारने का मौका मिलना चाहिए और इसके लिए उनका सीनियर खिलाड़ियों से सीखना जरूरी है।

विश्वकप में 13 विकेट चटकाकर ब्रेट ली ने अपने प्रदर्शन से साबित कर दिया है कि टीम में अनुभवी खिलाड़ी की कितनी अहम भूमिका होती है। (वार्ता)